ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar Crime News: बिहार में सिपाही बहाली पेपर लीक का आरोपी अरेस्ट, मास्टरमाइंड संजीव मुखिया का है करीबी; दो साल से था फरार Bihar Crime News: बिहार में सिपाही बहाली पेपर लीक का आरोपी अरेस्ट, मास्टरमाइंड संजीव मुखिया का है करीबी; दो साल से था फरार Khan Sir: स्वतंत्रता दिवस समारोह के बीच पटना के इस थाने में क्यों पहुंच गए खान सर? होने लगी यह चर्चा Khan Sir: स्वतंत्रता दिवस समारोह के बीच पटना के इस थाने में क्यों पहुंच गए खान सर? होने लगी यह चर्चा Bihar Crime News: बिहार में लापता कोचिंग टीचर का शव मिलने से सनसनी, परिजनों ने जताई हत्या की आशंका Bihar Crime News: बिहार में लापता कोचिंग टीचर का शव मिलने से सनसनी, परिजनों ने जताई हत्या की आशंका Patna Crime News: पटना में PMCH के ट्रॉली ठेकेदार की चाकू मारकर हत्या, पुरानी रंजिश में वारदात को अंजाम देने की आशंका Patna Crime News: पटना में PMCH के ट्रॉली ठेकेदार की चाकू मारकर हत्या, पुरानी रंजिश में वारदात को अंजाम देने की आशंका Bihar News: बिहार में सरकारी चावल की कालाबाजारी, गोदाम से 350 मीट्रिक टन चावल गायब; बोरियों में निकलीं ईंटें Bihar Politics: ‘अफीम की खेती करते हैं, उनको सांसद नहीं मानता’ गोपाल मंडल का JDU सांसद अजय मंडल पर नया आरोप

‘विक्षिप्त हो गए हैं नीतीश.. पद पर रहने के लायक नहीं’ सुशील मोदी बोले- मुख्यमंत्री ने दलितों का अपमान किया

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Thu, 09 Nov 2023 07:26:14 PM IST

‘विक्षिप्त हो गए हैं नीतीश.. पद पर रहने के लायक नहीं’ सुशील मोदी बोले- मुख्यमंत्री ने दलितों का अपमान किया

- फ़ोटो

PATNA: बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि नीतीश कुमार ने महिलाओं पर अश्लील टिप्पणी के बाद महादलित समाज के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के लिए जिस तरह से आपा खो कर तुम-ताम की भाषा का प्रयोग किया, उससे साफ है कि वे विक्षिप्त हो गए हैं और संवैधानिक पद पर बने रहने के लायक नहीं हैं। पलटूराम का भाषण पूरे दलित समाज का अपमान है।


सुशील मोदी ने एक मित्र के नाते मुख्यमंत्री को सलाह दी है कि अब नीतीश कुमार को अपने उत्तराधिकारी तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री की कुर्सी सौंप कर आराम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने उम्र में अपने से दस साल बड़े  जीतन राम मांझी के लिए जिन अपमानजनक शब्दों का प्रयोग आंखें तरेरते हुए किया, वैसा यदि वे सदन के बाहर करते, तो उन पर दलित उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज होता।


उन्होंने कहा कि यदि जीतन राम मांझी किसी दूसरे समुदाय के होते, तो नीतीश कुमार ऐसी गाली-गलौज वाली भाषा का इस्तेमाल करने की हिम्मत नहीं करते। जदयू के लोग नीतीश कुमार के सड़क छाप बयानों का शर्मनाक बचाव करने के लिए बॉयलॉजी की पुस्तक से प्रजनन प्रक्रिया का पाठ पढाने पर उतर आये हैं। प्रधानमंत्री बनने का सपना और गलत संगत में पड़ना नीतीश कुमार के मानसिक संतुलन पर बहुत भारी पड़ रहा है।