नीतीश ने फिर की केंद्र से विशेष राज्य का दर्जा दिये जाने की मांग, देशभर में जातीय जनगणना कराये जाने की भी अपील

नीतीश ने फिर की केंद्र से विशेष राज्य का दर्जा दिये जाने की मांग, देशभर में जातीय जनगणना कराये जाने की भी अपील

PATNA :  बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र के चौथे दिन भोजनावकाश के बाद सदन की कार्यवाही शुरू हुई। दूसरे पाली में सदन की कार्यवाही शुरू होते ही आरक्षण विधेयक पेश किया गया जिसे सर्वसम्मिति से पास कर दिया गया। जिसके बाद विधानसभा स्पीकर ने बारी-बारी से सभी को बोलने का समय दिया। नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा के बाद माले विधायक महबूब आलम को भी कुछ देर के लिए बोलने का मौका दिया गया। महबूब आलम के बाद जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बोलने लगे तब विपक्ष ने शोर मचाना शुरू कर दिया तब उन्होंने कहा कि यदि मेरी बात सुनना चाहेंगे तो तब ही बोलूंगा।


 इतना बोलने के बाद नीतीश कुमार ने जातीय गणना को लेकर कहा कि 9 पार्टियों की सहमति से बिहार में जातीय गणना कराने का फैसला लिया गया। बिहार में इसे कराने के लिए केंद्र सरकार से भी मिले थे लेकिन वे तैयार नहीं हुए तब जाकर हमने अपने खर्चे पर राज्य में जातीय गणना का कराने का फैसला लिया। जिसके बाद बिहार में जातीय गणना करायी गयी। इसकी रिपोर्ट भी अब सार्वजनिक कर दी गयी है। हम तो आग्रह करेंगे की केंद्र सरकार भी जातीय जनगणना कराये। 


ढाई लाख करोड़ से ज्यादा रुपये राज्य सरकार जन कल्याण के मद में खर्च करेगी। नीतीश कुमार ने अपनी पुरानी मांग सदन में रखी कहा कि बिहार एक गरीब प्रदेश हैं विशेष राज्य का दर्जा मिल जाएगा तब और तरक्की करेगा और ज्यादा सुविधा मिलेगा और सबको लाभ मिलेगा। विशेष राज्य का दर्जा मिल जाएगा तो बिहार और आगे बढ़ जाएगा इसलिए सब कोई मिलकर चलिए। राज्य सरकार की तरफ से यह प्रस्ताव रखा गया है आप सभी एक जुट होकर इसे पारित कर दीजिए। जिसके बाद बिहार विधानसभा से पदों एवं सेवाओं के नियुक्तियों में आरक्षण विधेयक 2023 सर्व सम्मती से स्वीकृत किया गया। 


वही इस दौरान बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने जब जातीय गणना पर सवाल उठाते हुए कहा कि हमको जातीय गणना पर विश्वास नहीं है। जातीय गणना करने के लिए लोग घर-घर नहीं गये बल्कि टेबल पर बैठकर इसे तैयार कर दिया गया। ऐसा रिपोर्ट से अंतिम पायदान पर बैठे व्यक्ति का कभी उत्थान नहीं सकता वो कल भी वंचित थे और आगे भी इस रिपोर्ट के कारण वंचित रह जाएंगे। इतना सुनते ही मुख्यमंत्री भड़क गये कहने लगे कि इनकों कुछ आईडिया है वो तो मेरी गलती थी कि इस आदमी को मुख्यमंत्री बना दिया था। इस आदमी को कोई सेंस नहीं है ऐसे ही बोलते रहता है। यही जानकर हमने उधर भगा दिया। 


नीतीश ने मीडिया से कहा कि आप लोग भी सुन लो बेवजह इसके पब्लिसिटी देते रहते हो। ई कहता है कि हम भी मुख्यमंत्री थे। बीजेपी की ओर इशारा करते हुए नीतीश ने कहा कि एक मेरा सुझाव हैं कि आप लोग के पीछे यह इसलिए घूम रहा हैं कि यह गवर्नर बनना चाहता है। इसे गवर्नर बना दीजिए हमको भी कहता था। आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जीतनराम मांझी पर जमकर बरसे।