‘नीतीश पहले भी बोलते थे कि कोई लालसा नहीं’ सम्राट बोले- राबड़ी देवी के CM बनने के बाद उस पद पर नहीं जाने की बात कही थी और 18 साल से मुख्यमंत्री हैं

‘नीतीश पहले भी बोलते थे कि कोई लालसा नहीं’ सम्राट बोले- राबड़ी देवी के CM बनने के बाद उस पद पर नहीं जाने की बात कही थी और 18 साल से मुख्यमंत्री हैं

PATNA: इंडी गठबंधन से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की नाराजगी और ललन सिंह को जेडीयू के अध्यक्ष पद से हटाने के कयासों के बीच खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने स्पष्ट कहा कि बीजेपी के लोग अंड-बंड बोलते रहते हैं, इसमें कोई सच्चाई नहीं है। नीतीश के इस बयान पर बीजेपी ने कहा है कि नीतीश कुमार हमेशा से यही बोलते रहे हैं कि उन्हें कोई लालसा नहीं है। नीतीश कुमार बोलते कुछ हैं और उनके मन में कुछ और होता है।


बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने इंडी गठबंधन से नीतीश की नाराजगी पर कहा कि जो व्यक्ति 18 साल से मुख्यमंत्री हो, पहले 6 साल भाजपा की कृपा से रेलमंत्री रहा हो। अब वह कह रहे हैं कि हमारी कोई लालसा नहीं है। नीतीश कुमार पहले भी इसी तरह से बोलते थे कि उनकी कोई लालसा नहीं है। नीतीश कुमार ने कहा था कि राबड़ी देवी मुख्यमंत्री हो गईं तो इस पद पर जाने की उनकी कोई इच्छा नहीं है। सम्राट ने तंज करते हुए कहा कि इच्छा तो उनकी नहीं रहती है ये सब लोग जानते हैं। नीतीश कुमार बीजेपी की कृपा से मुख्यमंत्री बनें यह देश की जनता जानती है।


वहीं सीएम नीतीश के यह कहने पर कि बीजेपी के लोग अंड-बंड बोलते हैं, इस पर सम्राट ने कहा कि नीतीश बाबू आप गार्जियन हैं, हाथ जोडकर बोलता हूं। नीतीश कुमार बुजुर्ग हो चुके और अब मानसिक रूप से बीमार भी चल रहे हैं। इसपर हमलोगों को कुछ नहीं कहना है, बिहार की जनता सभी चीजों को देख रही है और इसका बदला 2024 के चुनाव में वो लेकर रहेगी।


वहीं जेडीयू में टूट के सवाल पर सम्राट ने कहा है कि जनता दल यूनाइटेड से हमलोगों को क्या लेना देना है जो उसे कोई तोड़ने की कोशिश करेगा। हमलोगों को अभी कोई सरकार नहीं बनानी है, जिनको सरकार बनानी है वे चिंता करें। बीजेपी का स्पष्ट मानना है कि इंडी गठबंधन में शामिल दल चाहे वह लालू हों, नीतीश कुमार हों या माले हो सभी को हराना है। इंडी गठबंधन को चुनाव में हराकर भाजपा जीत हासिल करेगी।


वहीं पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी की जयंती पर सम्राट ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी के दिल में बिहार था और नाम में ही बिहारी था, इससे बड़ा बिहार प्रेम का प्रतीक नहीं हो सकता है। बिहार को अगर किसी प्रधानमंत्री ने स्पेशल पैकेज दिया तो उनका नाम अटल बिहारी बाजपेयी था। भारत देश के निर्माण और उसे सुशासन की ओर ले जाने वाले सिर्फ और सिर्फ प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी थे।