नीतीश कुमार के राष्ट्रपति बनने की चर्चा, जानिए क्या बोल रहे हैं बिहार के नेता

नीतीश कुमार के राष्ट्रपति बनने की चर्चा, जानिए क्या बोल रहे हैं बिहार के नेता

PATNA : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार क्या वाकई केंद्र का रुख करने वाले हैं नीतीश कुमार को देश का अगला राष्ट्रपति बनाए जाने की चर्चा शुरू हो गई है मौजूदा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल जुलाई महीने में खत्म हो रहा है और इसी बीच नीतीश कुमार की उम्मीदवारी को लेकर सियासी गलियारे में हलचल की खबर है. यह खबर फैलते ही बिहार में भी सियासी गर्मी बढ़ गई है. नीतीश कुमार को राष्ट्रपति बनाये जाने को लेकर कई नेताओं ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. 


नीतीश के राष्ट्रपति बनने की चर्चा को लेकर बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने कहा कि हमारी तो हार्दिक इच्छा है कि नीतीश कुमार ऊंचे पद पर जाएं. इसके लिए मेरी शुभकामना है उनके लिए. वहीं कांग्रेस के एमएलसी समीर सिंह ने कहा कि एक बिहारी होने के नाते मुझे ख़ुशी होगी कि बिहार का कोई नेता देश का राष्ट्रपति बने तो मुझे ख़ुशी होगी. राजेन्द्र प्रसाद के बाद कोई बिहारी इस पद पर बैठेगा तो मुझे गर्व होगा. नीतीश कुमार में यह योग्यता है. 


बिहार सरकार के मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि नीतीश कुमार तो प्रेसिडेंट मैटेरियल हैं ही. नीतीश कुमार को पूरा बिहार, देश और दुनिया जानता है. नीतीश कुमार का जो विजन है वो राष्ट्रीय अन्तराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त है. बिहार को आगे बढ़ाने में नीतीश कुमार का बड़ा योगदान है. वहीं उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि मुझे इसकी कोई जानकारी नहीं है. उन्होंने कहा कि अभी तो रामनाथ कोविंद राष्ट्रपति हैं. अभी कोई वैकेंसी नहीं है. 


बताते चलें कि नीतीश कुमार को राष्ट्रपति बनाने की रणनीति पर उनके पुराने साथी प्रशांत किशोर ने काम करना शुरू किया है. पिछले दिनों प्रशांत किशोर दिल्ली में नीतीश से मुलाकात कर चुके हैं. सूत्रों की मानें तो प्रशांत किशोर ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात के दौरान उनके सामने इस प्रस्ताव को रखा है कि वह राष्ट्रपति पद के लिए अपनी उम्मीदवारी पर सहमति दें.




इसके समर्थन में दूसरे दलों के नेताओं से भी संपर्क साधा है. चर्चा है कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के साथ-साथ महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और एनसीपी नेता शरद पवार से पीके ने इस मसले पर बातचीत की है. इतना ही नहीं आने वाले दिनों में प्रशांत किशोर तमिलनाडु के मुख्यमंत्री स्टालिन पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवगौड़ा से भी इस मामले पर सहमति बनाने का प्रयास करेंगे.