PATNA: समाज सुधार अभियान के तहत मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मधेपुरा में जीविका दीदियों को संबोधित किया। मधेपुरा से पटना लौटने के बाद सीएम ने मीडियाकर्मियों से बातचीत की। उन्होंने बताया कि 2018 में बिहार में एक करोड़ 64 लाख लोगों ने शराब को छोड़ा था इस बार फिर कहे हैं कि अध्ययन कर लीजिए कि कितने लोगों ने अब तक शराब छोड़ा है। नशामुक्ति अभियान को अब लोग सही मानते जा रहे हैं।
बता दें कि आज समाज सुधार अभियान का समापन हो गया। पटना में पत्रकारों से बातचीत करते हुए सीएम नीतीश ने कहा कि आज इस अभियान का समापन भले ही हो गया है लेकिन उनका अभियान आगे भी जारी रहेगा। अभियान सबसे जरूरी चीज है यह निरंतर होगा तो लोग बातों को समझेंगे। समाज सुधार अभियान कारगर साबित हो रहा है।
CM नीतीश ने कहा कि लोगों के बीच जाकर जीविका समूह की जीविका दीदीयां शराबबंदी, बाल-विवाह और दहेज प्रथा के बारे में आज बता रही हैं। विकास का काम और लॉ एंड ऑर्डर को दुरुस्त करने का काम तो निरंतर करते रहते हैं और करते रहेंगे। विकास की बात भी की जाएगी। लेकिन समाज सुधार का काम नहीं होगा तो इससे प्रेम और भाइचारे का माहौल पैदा नहीं होगा। इसलिए इस काम को करना भी बहुत जरूरी है।
शुरू से ही हमलोग इस तरह का अभियान चलाते रहे हैं। इस तरह से चलता रहेगा तब समाज मे इतनी जागृति आएगी। जिससे बाल विवाह, दहेज-प्रथा से मुक्ति तो मिलेगी ही साथ ही नशा से भी मुक्ति मिलेगी। शराबबंदी को अब लोग सही मानते जा रहे हैं। एक करोड़ 64 लाख लोगों ने 2018 में शराब छोड़ा था इस बार फिर कहे है कि अध्ययन कर लिजिए कि कितना लोग शराब छोड़ा है। नशाबंदी अभियान में महिलाओं की अहम भूमिका है। जीविका दीदियों और बहनों के कहने पर ही बिहार में शराबबंदी लागू किया गया।