BEGUSARAI: एक दिन पहले ही पटना में एनडीए विधायक दल की बैठक में विधायकों के मान-सम्मान का मसला जोर शोर से उठा था. विधायकों ने कहा था कि अधिकारी इतने बेलगाम हो गये हैं कि वे विधायकों को कुछ समझ ही नहीं रहे. अगले ही दिन यानि आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सभा में ही विपक्षी पार्टी के एक विधायक को इसका अंदाजा भी हो गया।
सीएम की सभा में जाकर बेइज्जत हो गये विधायक
दरअसल समाज सुधार यात्रा करने निकले नीतीश कुमार की आज बेगूसराय में सभा थी। नीतीश कुमार की सभाओं में अमूमन सिर्फ सत्ताधारी पार्टियों के विधायक, MLC या सांसद शामिल होते हैं लेकिन बेगूसराय में नीतीश की सभा में बखरी से सीपीआई के विधायक सूर्यकांत पासवान भी पहुंच गये। नीतीश का कार्यक्रम सरकारी कार्यक्रम था लिहाजा जनप्रतिनिधि होने की हैसियत से विधायक भी मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में शामिल होने पहुंच गये लेकिन शायद उन्हें अंदाजा नहीं था कि वहां ऐसा सलूक होगा।
डीएम ने बुके तक नहीं दिया
नीतीश की समाज सुधार सभा की शुरूआत में बेगूसराय के डीएम ने मंच पर बैठे सभी विधायकों, विधान पार्षदों और दूसरे प्रमुख लोगों को बुके यानि कि पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया. लेकिन डीएम ने मंच पर ही बैठे सीपीआइ विधायक को छोड़ दिया. हालांकि सीपीआई विधायक सूर्यकांत पासवान को मंच पर बैठने की जगह तो मिल गयी लेकिन उन्हें काफी असहज महसूस करना पड़ा। भाषण देने आये अधिकांश लोगों ने सभा को संबोधित करने के दौरान मंच पर बैठे करीब-करीब हर जनप्रतिनिधि का नाम लिया, लेकिन किसी ने सीपीआइ विधायक का नाम नहीं लिया. हद तो ये कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने संबोधन की शुरूआत में विधायक का नाम ही गलत बोल दिया. उन्होंने सूर्यकांत पासवान को सूर्य नारायण पासवान कह कर संबोधित किया।