नीतीश की सभा में जूता उछालने की सजा: 15 सालों से नहीं बनायी गयी सड़क, 32 किलोमीटर के सफऱ में लगते हैं चार घंटे

नीतीश की सभा में जूता उछालने की सजा: 15 सालों से नहीं बनायी गयी सड़क, 32 किलोमीटर के सफऱ में लगते हैं चार घंटे

PATNA: बिहार के पश्चिम चंपारण जिले में 32 किलोमीटर सड़क ऐसी है जो पिछले 15 सालों में नहीं बनी. तकरीबन डेढ लाख की आबादी के लिए आवागमन का ये मुख्य मार्ग है. बरसात में सड़क कीचड़ से भरे तालाब में तब्दील रहती है. बाकी दिनों में इस कच्ची सड़क पर कम से कम दो से तीन फीट धूल पड़ी होती है. आज प्रशांत किशोर ने बताया कि बेतिया-नवलपुर सड़क एक दशक में भी क्यों नहीं बनायी गयी.


दरअसल प्रशांत किशोर अपनी जन सुराज यात्रा पर हैं. पिछले एक महीने से वे पश्चिम चंपारण जिले के गांव-गांव में पैदल जा रहे हैं. शुक्रवार को प्रशांत किशोर पश्चिम चंपारण जिले के योगापट्टी प्रखंड में पदयात्रा पर निकले. उन्हें बेतिया से नवलपुर जाने वाली सड़क से ही पैदल जाना पड़ा. सड़क की हालत देखने के बाद प्रशांत किशोर ने बताया कि नीतीश सरकार आखिरकार इस सड़क को क्यों नहीं बना रही है.


नीतीश की सभा में जूता उछालने की सजा

प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 10-12 साल पहले पश्चिम चंपारण जिले के योगापट्टी में जनसभा करने आये थे. उसी सभा में किसी ने उनके मंच पर जूता उछाल दिया था. उसके बाद से ही इस इलाके की किस्मत बिगड़ गयी. तब से लेकर आज तक बेतिया-नवलपुर सड़क का निर्माण नहीं हुआ. यही सड़क योगापट्टी ब्लॉक के इलाकों को जिले के मुख्यालय बेतिया औऱ बिहार के दूसरे हिस्सों से जोड़ती है.


प्रशांत किशोर ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा

“नवलपुर-बेतिया रोड की हालत ऐसी है कि कोई 5 किमी चल ले तो उसे दमा हो जाए. मैं सुबह चल कर आया हूं औऱ उसके बाद से  खांसी नहीं रुक रही है. सड़क पर कम से  घुटने तक धूल जमा है. 15 साल से इस रोड का यही हाल है. मैंने पता किया कि ऐसा क्यों है? लोगों ने बताया कि योगापट्टी में नीतीश कुमार आये थे, किसी ने मंच पर जूता उछाल दिया. इसी गुस्से में वे रोड ही नहीं बनने दे रहे हैं. ये हाल तो राजतंत्र से भी बुरा है. किसी ने जूता चलाया था.  किसने किया, क्यों किया लेकिन सजा लाखों लोगों को दी जा रही है. 32 किमी की रोड नहीं बन रही। डेढ़ लाख लोग परेशान हैं और 15 साल से रोड नहीं बना. सिर्फ इसलिए क्योंकि किसी ने नीतीश कुमार की सभा में जूता चला दिया था.” 


बता दें कि बेतिया नवलपुर सड़क के किनारे कई गांव बसे हैं. लगातार धूल उड़ने से चमैनिया, महावीरपुर, हरपुरवा, फतेहपुर, बलुआ, सेमरी, नवलपुर जैसे गावों के लोग बेहद परेशान हैं. योगापट्टी प्रखण्ड के अंतर्गत आने वाले इन गावों के लोगों ने धूल से बचाव करने की मांग को लेकर कई दफे चक्का जाम भी किया था. लेकिन कोई असर नहीं हुआ. इस कच्ची रोड पर पडी धूल के उड़ने से हजारों घरों पर धूल की चादर चढ़ गई है.  लोगों को सांस लेने में भी काफी दिक्कत होती है. धूल से घर, कपड़े, घरेलू सामान, खाद्य सामग्री भी खराब हो रहे हैं. वहीं, बाइक और साइकिल सवार अक्सर दुर्घटना के शिकार भी हो रहे हैं.