नीतीश की पुलिस का काम- सिर्फ शराब पकड़ना? पटना में थाने के पीछे अब तक की सबसे बड़ी लूट, 12 करोड़ लूटे, एक सिपाही तक सस्पेंड नहीं

नीतीश की पुलिस का काम- सिर्फ शराब पकड़ना? पटना में थाने के पीछे अब तक की सबसे बड़ी लूट, 12 करोड़ लूटे, एक सिपाही तक सस्पेंड नहीं

PATNA: बिहार में शराब पकड़ रही पुलिस का इकबाल तार-तार हो गया है. राजधानी पटना में पुलिस थाने के पीछे और SSP-IG ऑफिस से कुछ सौ की मीटर पर राजधानी के इतिहास की सबसे बडी हुई. लुटेरों ने बाकरगंज से 12 करोड़ रूपये के जेवरात और 13 लाख रूपये लूट लिये. हद देखिये, शराब की कुछ बोतल मिलने पर थानेदार को सस्पेंड कर 10 साल तक थानेदारी से वंचित करने वाली सरकार ने एक सिपाही तक को निलंबित नहीं किया. उधर पुलिसिया निकम्मेपन से त्रस्त व्यापारियों ने सोने-चांदी समेत कई दूसरे सामानों की बिहार में सबसे बड़ी मंडी बाकरगंज में दुकानों को अनिश्चितकाल के लिए बंद करने का एलान कर दिया है.


गौरतलब है कि शुक्रवार की दोपहर अपराधियों ने पटना के गांधी मैदान थाने से चंद कदमों की दूरी पर अबतक की सबसे बड़ी लूट को अंजाम दे डाला. बेखौफ अपराधियों ने बाकरगंज बाजार से 12 करोड़ से अधिक मूल्य के आभूषण और 13 लाख रुपये नगद लूट लिये. अपराधी बाकरगंज के एसएस ज्वेलर्स दुकान से जेवरात सहित 35 किलो सोना लूट ले गये. इतने सोने की कीमत 12 करोड़ रुपये से ज्यादा है. दिनदहाड़े बीच बाजार लूट की घटना को अंजाम दे रहे अपराधियों ने दुकानदार के बेटे यश राज पर फायरिंग भी की. हालांकि वह बाल-बाल बच गया. 


पुलिस सोयी रही, स्थानीय लोगों ने एक लुटेरे को पकड़ा

लूट की घटना जिस बाकरगंज बाजार में हुई उसके दोनों सिरों पर पुलिस हमेशा तैनात रहती है. लेकिन लूट और गोलीबारी के बाद भी पुलिस को कुछ भनक नहीं लगी. अपराधी जब सारा सामान लेकर निकलने लगे तो स्थानीय दुकानदारों ने एक लुटेरे को पकड़ लिया. उसकी जमकर धुनाई की और पुलिस के हवाले कर दिया. लुटेरे की पहचान भी हो गयी है, वह जहानाबाद का साधु नाम का व्यक्ति है. उसके पास से एक बैग में लूटा गया कुछ सोना, एक देशी कट्टा बरामद हुआ है. उसकी सफेद रंग की अपाचे बाइक भी पकड़ी गयी है. 


45 मिनट बाद पहुंची पुलिस, SSP ने फोन नहीं उठाया

बिहार में पुलिस को शराब की खबर दीजिये. पांच मिनट में पुलिस वहां हाजिर हो जायेगी. चाहे सूचना झूठी ही क्यों न हो. लेकिन पटना के आईजी और एसएसपी ऑफिस से कुछ सौ मीटर की दूरी पर हुई घटना के बाद पुलिस 45 मिनट बाद पहुंची. स्थानीय सर्राफा व्यवसायी संघ के अध्यक्ष ने बताया कि उन्होंने 4-5 दफे एसएसपी को कॉल किया लेकिन फोन नहीं उठाया गया. डीएसपी ने फोन उठाया तो कहा कि पुलिस को भेजते हैं. घटना के 45 मिनट बाद कदमकुआं थाने की पुलिस वहां पहुंची. ये वाकया पटना शहर के बीच की है. जहां पटना के एसएसपी, आईजी और टाउन डीएसपी कार्यालय से सिर्फ 4-5 मिनट में पहुंचा जा सकता है. 


लोगों ने अपराधी को पकड़ा, पुलिस माल बरामद नहीं कर पायी

लूट की इस घटना के बाद स्थानीय लोगो ने एक अपराधी को पकड़ लिया. घटना के कुछ देर बाद ही उसे पुलिस के हवाले कर दिया गया. लेकिन पुलिस लूटा गया माल और माल लेकर फरार हुए अपराधियों का कोई सुराग हासिल नहीं कर पायी. पकड़े गये लुटेरे ने अपने बाकी साथियों का सारा पता-ठिकाना बता दिया है. पुलिस फिर भी उनका सुराग हासिल नहीं कर पायी है. पटना के एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लो कह रहे हैं कि पुलिस को इस गैंग के बारे में जानकारी मिल चुकी है. लूट में शामिल एक अपराधी पकड़ा गया है. उनकी टीम बाकी फरार अपराधियों की तलाश में छापेमारी कर रही है. 


बाकरगंज बाजार बंद

उधर बाकरगहंज के व्यापारियों ने दुकानें बंद रखने का एलान कर दिया है. शुक्रवार को लूट के बाद व्यापारियों ने जमकर हंगामा किया. वे पुलिस पर आरोप लगा रहे थे कि पुलिस को सिर्फ शराब की पड़ी है. अपराधी बेलगाम हैं. व्यापारियों ने तमाम दुकानों को अनिश्चित काल के लिए बंद रखने का एलान कर दिया है. पाटलिपुत्र सर्राफा संघ के अध्यक्ष विनोद कुमार ने कहा है कि जब तक पुलिस लूटे गये सोने-चांदी को बरामद नहीं कर लेती, बाकरगंज की सारी दुकानें बंद रहेंगी. 


बेलगाम अपराधी, शराब में लगी सरकार

हम आपको बता दें कि दो दिन पहले पटना के राजीवनगर इलाके में इसी तरह से ज्वेलरी दुकान में अपराधियों ने गोली मार कर दुकानदार को घायल कर दिया था. रंगदारी के लिए बीच बाजार दुकान में घुसकर अपराधियों ने कारोबारी को गोली मार दी थी. जाहिर है अपराधी बेलगाम है लेकिन सरकार ऐसे आपराधिक वारदातों के बाद एक सिपाही तक को सस्पेंड नहीं कर रही है. बिहार में चौकीदार से लेकर थानेदार तक की कार्यकुशलता शराब के पैमाने पर मापी जा रही है. ऐसे में अपराधी बेलगाम क्यों न हों.