Bihar Election 2025: वोटिंग करने से पहले जरुर जान लें यह बातें, पोलिंग बूथ पर जाकर नहीं होगी कोई परेशानी Bihar Special Trains: यात्रियों के लिए खुशखबरी! बिहार से चलेंगी इतनी स्पेशल ट्रेनें, जानें क्या है टाइमिंग और रुट? Bihar Election : पटना में गंगा नदी में नाव परिचालन पर रोक, SDO ने जारी किया आदेश; जानिए क्या है वजह Bihar Election 2025: बिहार में वोटिंग से पहले पुलिस का बड़ा एक्शन, आशा कार्यकर्ता के घर से 32.42 लाख कैश जब्त बिहार विधानसभा चुनाव 2025: मुजफ्फरपुर से 4186 मतदान केंद्रों के लिए पोलिंग पार्टियां रवाना DGP ने दिया इस्तीफा ! इस वजह से केंद्र ने जताई थी आपति; कार्यकाल पूरा होने से पहले छोड़ा पद; नए नाम को लेकर चर्चा तेज Bihar Elections 2025: बिहार चुनाव को लेकर अलर्ट मोड में स्वास्थ्य विभाग, आपात स्थिति से निपटने के लिए कसी कमर Bihar Voting : पहले चरण में मतदान समय में बदलाव, सुरक्षा के कड़े इंतजाम; इन चीजों पर भी रहेगी नजर Kartik Purnima 2025: कार्तिक पूर्णिमा पर पटना में लगा भीषण जाम, श्रद्धालुओं की भीड़ से ठप हुई राजधानी की ट्रैफिक व्यवस्था Bihar Election 2025 : लालू यादव ने मंत्री बनाने का प्रलोभन देकर नीतीश सरकार गिराने में मांगी थी मदद, तब BJP विधायक ने RJD सुप्रीमों का ऑडियो कर दिया था वायरल; अब पत्ता साफ़ हुआ तो तेजस्वी से मिला लिया हाथ
1st Bihar Published by: RAMESH SHANKAR Updated Fri, 12 May 2023 04:58:24 PM IST
- फ़ोटो
SAMASTIPUR: मिशन 2024 को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी मुहिम को तेज कर दिया है। बीजेपी के खिलाफ विपक्ष को एकजुट करने के लिए नीतीश लगातार विपक्ष के नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं। हालांकि नीतीश की विपक्षी एकजुटता की मुहिम पर बीजेपी हमलावर बनी हुई है। चुनावी रणनीतिकार से नेता बने प्रशांत किशोर ने भी नीतीश की मुहिम पर तीखा तंज किया है। पीके ने कहा है कि नीतीश कुमार का अपना ठिकाना नहीं है और वे देश में घूम रहे हैं। नेताओं के साथ चाय पीने और प्रेस कॉन्फ्रेंस करने से कुछ नहीं होने वाला है।
दरअसल, जन सुराज यात्रा के दौरान प्रशांत किशोर समस्तीपुर के मोरवा प्रखंड पहुंचे थे, जहां उन्होंने मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए सीएम नीतीश पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि नेताओं और दलों के साथ में बैठकर चाय पीने से और प्रेस वार्ता करने से विपक्षी एकता अगर होनी होती तो आज से 10 साल पहले यह काम हो गया होता। नेताओं के आपस में मिलने से विपक्षी एकता नहीं हो सकती। नीतीश कुमार जो कर रहे हैं इसका कोई मतलब नहीं बनता है। नीतीश कुमार जो विपक्षी एकता की बात कर रहे हैं वो बिहार में सीटों का ही फार्मूला जारी कर दें कि बिहार में जेडीयू, कांग्रेस, आरजेडी और उनके अन्य जो सहयोगी दल हैं वो कितने सीटों पर चुनाव लड़ेंगे।
प्रशांत किशोर ने पूछा है कि क्या नीतीश कुमार अपनी सीट छोड़कर CPI(ML) को देंगे? CPI (ML) की जीत का औसत नीतीश कुमार से अधिक रहा है। नीतीश की पार्टी जेडीयू 110 सीटों पर लड़कर मात्र 42 सीट पर जीती है जबकि CPI(ML) ने महज 17 सीटों पर लड़कर 12 पर जीत हासिक की हैं। इस हिसाब से उनको को ज्यादा सीट मिलनी चाहिए, तो नीतीश कुमार अपनी सीट छोड़ देंगे? जिसको अपने घर का ठिकाना है नहीं! वह पूरे दुनिया में घूमेगा तो वो न घर का रहेगा और ना ही बाहर का ही रह पाएगा।