PATNA : बिहार में सत्ता समीकरण एक बार फिर बदल गया है। सरकार से महागठबंधन की विदाई हो गई। जदयू एनडीए का हिस्सा बन गया है। नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए की सत्ता फिर से कायम हो गई है। बिहार में तीन दिन पहले उठा सियासी बवंडर थम गया है। इस बवंडर ने राजद और कांग्रेस को सत्ता से बाहर कर दिया। सत्ता परिवर्तन के बाद बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा संयुक्त रूप से भाजपा की प्रेस कांफ्रेंस किया। सम्राट चौधरी ने बताया कि किस परिस्थितियों में जदयू के साथ मिलकर सरकार बनाने का फैसला लिया गया। इस दौरान उन्होंने बिहार के विकास का रोडमैप बताया।
सम्राट चौधरी ने कहा कि - पिछले 48 घण्टो में आपने देखा कैसे बिहारी की राजनीतिक स्थिति बदली। जदयू के द्वारा प्रस्ताव मिला था कि और नई सरकार में समर्थन के लिए उनके दूत आए और हमलोग ने उनका समर्थन किया। जदयू को तोड़ने का काम किया जा रहा था। सरकार में रहते हुए कहा जा रहा था कि जदयू टूट जायगी समाप्त हो जायेगी।
इसके आगे उन्होंने कहा कि- NDA लगातार बिहार के हक़ के लये लड़ती रही बिहार में और 2005 में बिहार में सरकार बनाई। अब नई सरकार में देश मे मोदी जी और बिहार में नीतीश जी के नेतृत्व में बिहार को बढ़ाने का काम करेंगे। जो अधूरे सपने छूट गए उसको पूरा करेंगे। 10 लाख रोजगार देने का वादा पूरा किया जा रहा है। रोजगार देने का काम किया जायेगा। बिहार को रेवेन्यू के स्तर को भी ठीक किया जायेगा।
वहीं, उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि आज भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व में जो जिम्मेदारी दी है उस जिम्मेदारी को पूरा करूंगा। बिहार को जिस रास्ते पर लेकर के राजद के लोग चल रहे थे उससे भाजपा ने बचा लिया। विजय सिन्हा ने कहा कि राजद की मानसिकता जिस अराजकता की थी उसे हमने खत्म किया है। जिस तरह से उन्माद अपराध भ्रष्टाचार बढ़ाने का था और जंगलराज को गुंडाराज बनाने का था आज बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी हमारे सिर्फ नेतृत्व में मिलकर सारी चीजों को समझा और यह निर्णय लिया गया है।