PATNA: बीजेपी और उसके सहयोगी दल लगातार दावा कर रहे हैं कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का मानसिक संतुलन बिगड़ गया है और उन्हें इलाज की जरुरत है। विपक्ष के दावे को उस वक्त और मजबूती मिल गई जब शीतकालीन सत्र के दौरान सीएम ने भरी सदन में अपना सेक्स ज्ञान दे दिया। फजीहत के बाद सीएम ने माफी मांगी और उसी दिन सदन में पूर्व सीएम जीतन राम मांझी पर भड़क गए।
इन दोनों ही मुद्दों को लेकर बिहार में सियासत तेज हो गई है। इसको लेकर सत्ताधारी दल और विपक्ष सड़क से लेकर सदन तक आमने सामने हैं। एक तरफ जहां सरकार में शामिल दल मुख्यमंत्री का बचाव कर रहे हैं तो वहीं बीजेपी और उसके सहयोगी दल लगातार कह रहे हैं कि नीतीश कुमार मेंटल हो गए हैं और उन्हें इलाज की जरुरत है। विपक्षी दलों ने तो राज्यपाल से सीएम का मेडिकल टेस्ट कराने तक की मांग कर दी है। जेडीयू नेता केसी त्यागी ने विपक्ष के आरोपों पर पलटवार किया है।
केसी त्यागी ने कहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जिस तरह से जातिगत गणना के आंकड़े प्रचारित और प्रसारित किए हैं। उसको लेकर सीएम का तो नहीं लेकर बीजेपी और अन्य विपक्षी दलों के नेताओं का मानसिक संतुलन जरूर खराब हो गया है। उन्होंने कहा कि नीतीश का मानसिक संतुलन इतना ठीक और इतना टिकाऊ है कि 90 साल के बाद जो सामाजिक न्याय की टकटकी लगाए देख रही ताकतें थीं, उनके चेहरे पर एक विश्वास की झलक दिखाने लगी है।