नीतीश के मन में क्या है: पहले अपनी मौजूदगी में पार्टी से पीएम मैटेरियल का प्रस्ताव पास कराया, आज हाथ जोड़कर कहा-हमको क्षमा करिये

नीतीश के मन में क्या है: पहले अपनी मौजूदगी में पार्टी से पीएम मैटेरियल का प्रस्ताव पास कराया, आज हाथ जोड़कर कहा-हमको क्षमा करिये

PATNA: दो दिन पहले नीतीश कुमार की मौजूदगी में जेडीयू की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में प्रस्ताव पारित किया गया था। वह भी सर्वसम्मति से प्रस्ताव ये था कि नीतीश कुमार पीएम मैटेरियल हैं। लेकिन आज नीतीश कुमार ने ही इस सवाल पर हाथ जोड़ लिया। नीतीश बोले-हमको इस मामले में मत लाइये।


नीतीश बोले-पार्टी ने कोई फैसला ही नहीं लिया

जेडीयू के पीएम मैटेरियल नीतीश कुमार ने आज इस बात को ही खारिज कर दिया कि उनकी पार्टी जेडीयू ने पीएम मैटेरियल को लेकर कोई फैसला लिया है. मीडिया ने आज नीतीश कुमार से पूछा कि पीएम मैटेरियल पर आपके क्या विचार हैं. नीतीश का जवाब देखिये


“अरे इ सब फालतू चीज है. इसकी चर्चा मत करिये. ये सब पार्टी का मीटिंग होता है तो लोगों को जो मन में आता है बोलता रहता है. हम लोगों की पार्टी की जो मीटिंग थी इसी के लिए थी? पार्टी की मीटिंग का दूसरा काम था न जी. लेकिन कोई पार्टी में कुछ बोलता है वो कोई पार्टी का निर्णय नहीं है.” 



हाथ जोड़ कर कहा-हमको माफ करिये

नीतीश कुमार ने कहा कि पार्टी की मीटिंग दूसरे काम के लिए बुलायी गयी थी. नये राष्ट्रीय अध्यक्ष का निर्वाचन, उसकी पुष्टि होनी थी. पार्टी के संविधान में हम लोगों ने संशोधन किया उसके बारे में बातचीत हुई. हम लोग अभी जिस मसले पर बात रख रहे हैं यानि जातिगत जनगणना उस पर पार्टी की बैठक में चर्चा हुई. अब किसी ने कुछ बोला उसे आप लोग पार्टी का निर्णय मान रहे हैं तो हमको क्षमा करियेगा. इन बातों में मैं नहीं रहता.


तो क्या नीतीश के मर्जी के बगैर चलती है जेडीयू

नीतीश कुमार अब मीडिया के सामने भले ही ये कह रहे हों कि उनकी पार्टी ने पीएम मैटेरियल पर कोई निर्णय नहीं लिया है लेकिन जेडीयू की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में इस बकायदा प्रस्ताव पास हुआ था. जेडीयू नेताओं ने पार्टी की बैठक के बारे में जो आधिकारिक तौर पर जानकारी दी थी उसमें भी कहा गया था कि बैठक में प्रस्ताव पारित कर नीतीश कुमार को पीएम मैटेरियल बताया गया।


जेडीयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा पिछले तीन दिनों में आधा दर्जन बार ये बात दुहरा चुके हैं. उपेंद्र कुशवाहा यहां तक कह चुके हैं कि किसी को बुरा लगे तो लगे लेकिन जेडीयू की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में ये प्रस्ताव पारित हुआ है कि नीतीश कुमार पीएम मैटेरियल हैं. सवाल ये है कि क्या जेडीयू नीतीश कुमार की मर्जी के बगैर चलती है. क्या पार्टी की बैठक का एजेंडा नीतीश कुमार नहीं बल्कि कोई और तय करता है. फिर नीतीश इतनी मासूमियत से क्यों कह रहे हैं कि हमको क्षमा करिये।