PATNA : नीतीश कुमार से नई दोस्ती का फर्ज अदा कर रहे जीतन राम मांझी लगातार उन पर होने वाले हमले का जवाब दे रहे हैं. जीतन राम मांझी ने पहले एलजेपी अध्यक्ष चिराग पासवान पर जवाबी हमला बोला और अब नेता प्रतिपक्ष ने जब नीतीश कुमार पर निशाना साधा है तो मांझी एक बार फिर बचाव में उतर पड़े हैं. जीतन राम मांझी ने दलितों के सवाल पर नीतीश कुमार का समर्थन किया है.
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने SC-ST परिवार के सदस्यों की हत्या के बाद सरकारी नौकरी दिए जाने के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ऐलान पर हमला बोला है. तेजस्वी ने नीतीश कुमार पर आरोप लगाया है कि वह दलितों की हत्या का प्रमोशन कर रहे हैं. तेजस्वी के इस आरोप पर मांझी ने पलटवार किया है. मांझी ने कहा है कि नीतीश कुमार के जिस फैसले का तेजस्वी यादव विरोध कर रहे हैं उसके बारे में 1989 में ही एक्ट बनाया गया था और यह तत्कालीन कांग्रेस की सरकार ने किया था. तेजस्वी यादव को इस बारे में एक्ट पढ़कर जानकारी प्राप्त कर लेनी चाहिए. यह कानून 1989 का है जिसकी धारा3(2)5 के तहत रोज़गार देने का प्रावधान है.
जीतन राम मांझी की एंट्री भले ही अब तक आधिकारिक तौर पर एनडीए में नहीं हो पाई हो लेकिन जेडीयू के साथ जाने का एक तरफा ऐलान करने वाले जीतन राम मांझी लगातार नीतीश कुमार की शान में कसीदे पढ़ रहे हैं. दलितों को मिलने वाली सरकारी नौकरी के मुद्दे पर मांझी को ऐसा लगता है कि चुनाव में फायदा हो सकता है. लिहाजा अब वह इस मुद्दे पर तेजस्वी यादव पर भी जोरदार हमला बोल रहे हैं.