नीतीश के खास दोस्त ने फिर निकाली विपक्षी एकता की मुहिम की हवा: नवीन पटनायक ने कहा-भाजपा विरोधी मोर्चे में मैं शामिल नहीं

नीतीश के खास दोस्त ने फिर निकाली विपक्षी एकता की मुहिम की हवा: नवीन पटनायक ने कहा-भाजपा विरोधी मोर्चे में मैं शामिल नहीं

DELHI: चार्टर प्लेन पर सवार होकर देश भर में घूम रहे बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खास दोस्त ने ही आज फिर उनकी मुहिम की हवा निकाल दी. ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने अगले साल लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए भाजपा विरोधी मोर्चे के गठन की संभावना को सिरे से खारिज कर दिया. दिल्ली में आज फिर नवीन पटनायक ने कहा कि वे किसी मोर्चे में शामिल नहीं हो रहे हैं.


ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक आज दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने पहुंचे थे. उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा-जहां तक मेरा मामला है, मैं किसी मोर्चे में शामिल होने नहीं जा रहा हूं. पत्रकारों ने उनसे सवाल पूछा था कि क्या वे उस मुहिम में शामिल होंगे जो नीतीश कुमार ने चला रखा है. नवीन पटनायक ने उसे सिरे से खारिज कर दिया.


नीतीश कुमार ने शिष्टाचार मुलाकात की थी

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मंगलवार को हुई मुलाकात के बारे में पूछे जाने पर पटनायक ने कहा कि यह 'शिष्टाचार मुलाकात' थी. इसमें कोई राजनीतिक बात नहीं हुई. बता दें कि मंगलवार को नीतीश कुमार चार्टर प्लेन ने नवीन पटनायक से मिलने भुवनेश्वर गये थे. नवीन पटनायक ने उस मुलाकात के तुरंत बाद ही मीडिया के सामने ये कह दिया था कि उन्होंने नीतीश कुमार से किसी राजनीतिक मसले पर कोई बात नहीं की है. 


आज दिल्ली पहुंचे नवीन पटनायक ने ओडिशा के विकास कार्यों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. उन्होंने बताया -"मैं प्रधान मंत्री से मिला और हमने उड़ीसा की मांगों से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की. मैंने अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के लिए बात की. हमें पुरी में नया एयरपोर्ट बनाना है, भुवनेश्वर में अब बहुत अधिक यातायात हो रहा है इसलिए हम एक नया एयरपोर्ट चाहते हैं. प्रधान मंत्री ने कहा कि वह निश्चित रूप से हर संभव मदद करेंगे.”


बता दें कि नीतीश कुमार 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के खिलाफ विपक्षी पार्टियों को एक साथ लाने की कोशिश में नेताओं से मिल रहे हैं. मंगलवार को वे नवीन पटनायक से मिलने भुवनेश्वर गये थे. लेकिन नवीन पटनायक के तेवर को देख कर उनके सुर बदल गये थे. नीतीश कुमार को पटनायक से मुलाकात के बाद कहा था कि उनकी कोई "राजनीतिक मंशा" नहीं थी.


नीतीश कुमार ने कहा था कि नवीन पटनायक से मेरे पुराने व्यक्तिगत संबंध हैं. उनके पिता के साथ भी मेरे अच्छे संबंध थे. हमारे बीच इतना गहरा आपसी संबंध है कि हमें राजनीति की चिंता करने की जरूरत नहीं है.  कोरोना काल के बाद नवीन पटनायक से मेरी मुलाकात नहीं हुई थी इसलिए अब उनसे मिलने चला आया. 


नवीन पटनायक ने नीतीश के सामने ही कहा था कि गठबंधन पर कोई चर्चा नहीं हुई. उन्होंने कहा था "हमारे संबंध पुराने हैं और हम कई साल पहले सहयोगी थे. लेकिन नीतीश कुमार से किसी भी गठबंधन पर कोई चर्चा नहीं हुई. बिहार सरकार ने पुरी में बिहार भवन बनाने के लिए जमीन मांगी है. ओडिशा सरकार उन्हें मुफ्त में जमीन देने जा रही है."