PATNA : जेडीयू के नेतृत्व में हुए बदलाव के बाद अब पार्टी के सुर भाजपा को लेकर काफी नरम नजर आ रहे हैं। जिस जदयू के नेता अब तक राम मंदिर को महज तीन से चार लोगों का मंदिर बता रहे थे। अब उसी पार्टी के नेता निमंत्रण की वाट जोह रहे हैं। पार्टी के बड़े नेता यह कह रहे हैं कि यदि बुलावा आएगा तो जाने में क्या परहेज हैं।
दरअसल, जदयू ने अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाली राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर बड़ा बयान दिया है। पार्टी के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी ने कहा कि- जेडीयू को अभी तक राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का न्योता नहीं मिला है। अगर आमंत्रण आता है तो उनकी पार्टी के नेता बेहिचक इस कार्यक्रम में जाएंगे। उन्होंने यह बयान इस वक्त दिया है जब सोनिया गांधी और खड़गे जैसे नेता अभी तक इस मामले में चुप्पी साधे हुए हैं। इस बीच जेडीयू का राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर सकारात्मक रुख अपने आप में सवाल बन गया है। क्योंकि, कुछ दिन पहले इसी पार्टी के एक बड़े नेता और नीतीश कुमार के ख़ास लोगों में शामिल लीडर ने कहा था कि - राम मंदिर महज कुछ लोगों का मंदिर हैं।
बताया जाता है कि, जेडीयू राष्ट्रीय कार्यकारिणी और राष्ट्रीय परिषद की बैठक में केसी त्यागी से जब पूछा गया कि- क्या उनकी पार्टी राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा में जाएगी? इस पर उन्होंने कहा कि - अगर निमंत्रण मिलता है तो वे बेझिझक जाएंगे। हालांकि, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार या जेडीयू के किसी भी नेता को अब तक इस कार्यक्रम का निमंत्रण नहीं मिला है।
इधर, माना जा रहा है कि जेडीयू के अध्यक्ष बनने के बाद नीतीश अपने सहयोगी दलों पर दबाव की राजनीति कर रहे हैं। राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा में जाने की बात भी इसी रणनीति का एक हिस्सा हो सकती है। जेडीयू नेता केसी त्यागी ने शुक्रवार को पीसी में यह भी कहा कि बीजेपी से उनकी कोई दुश्मनी नहीं है। रानजीति में कोई किसी का दुश्मन नहीं होता है। इससे यह भी अटकलें लग रही हैं कि आने वाले समय में कुछ भी हो सकता है।