DELHI:बिहार के सीएम नीतीश कुमार की 'जल जीवन हरियाली' मिशन अपना रंग दिखा रही है। केन्द्र सरकार भी नीतीश कुमार की योजनाओं को फॉलो करते हुए उसी राह पर चल रही है। संसद में आज पीएम मोदी के मंत्री ने खुद स्वीकार किया कि केन्द्र सरकार का अटल भूजल मिशन भी बिहार की जल-जीवन हरियाली योजना का ही एक रुप है।
लोकसभा में जदयू संसदीय दल के नेता मुंगेर सांसद राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने भूगर्भीय जल स्त्रोत में आ रही निरंतर गिरावट पर अपनी बात रखते हुए सदन में अपनी बात रखते हुए भूजल संचयन और भूगर्भीय जल स्रोतों के संरक्षण के लिए बिहार सरकार द्वारा आरंभ की गई जल जीवन हरियाली मिशन की विस्तारपूर्वक चर्चा की। बिहार सरकार द्वारा आरंभ की गई इस मिशन के लिए केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने भी बिहार सरकार का अभिनंदन किया।
राजीव रंजन सिंह ने जल जीवन हरियाली मिशन के बारे में सदन में जानकारी देते हुए बताया कि बिहार सरकार द्वारा सभी परंपरागत जलस्त्रोतों को अतिक्रमणमुक्त कराके संरक्षित और पुनर्जीवित कराया जा रहा है साथ ही साथ जन जागरण अभियान भी चलाया जा रहा है और निजी स्तर पर नए जल संचयन स्त्रोत के निर्माण के लोगों को प्रोत्साहित किया जा रहा है, इसके लिए बिहार सरकार सहयोग के रूप में अनुदान राशि देने का भी प्रावधान किया है। यदि केंद्र सरकार अपने अधिकार का उपयोग करते हुए इस विषय पर राज्यों को एडवाइजरी जारी करे तो समय रहते राष्ट्रीय स्तर पर इस मसले पर संभला जाए सकता है और निदान निकाला जा सकता है।
केंद्रीय मंत्री ने ललन सिंह के सवाल के जवाब में जल जीवन हरियाली मिशन के लिए बिहार सरकार का अभिनंदन करते हुए जानकारी दी कि पायलट योजना के रुप में अटल भूजल मिशन के तहत 7 प्रदेशों के 78 जिलों में आरंभ किया है, जिसमें जल संचयन के लिए जन जागरण करना भी शामिल है। यह प्रत्यक्षतः बिहार सरकार के जल जीवन हरियाली मिशन का ही एक रुप है।