PATNA: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ना सिर्फ बिहार विधानसभा बल्कि विधान परिषद में भी सेक्स विषय पर अमर्यादित बयान दिया। मुख्यमंत्री के इस बयान को सुनकर बीजेपी की महिला विधान पार्षद निवेदता सिंह सदन से बाहर निकल आई और रोने लगी। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने बिहार को शर्मसार करने का काम किया है। उन्होंने महिलाओं की सरेआम बेइज्जती की है। नीतीश के इस बयान को लेकर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के साथ-साथ अश्विनी चौबे ने भी जोरदार हमला बोला।
बक्सर के सांसद व केंद्रीय मंत्री अश्निनी चौबे ने महिलाओं को लेकर की गई टिप्पणी को अश्लील बताते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने इस बयान को लेकर इस्तीफा मांगा। अश्विनी चौबे ने यह भी कहा कि यदि वे इस्तीफा नहीं देते हैं तो उनको बर्खास्त करने की कार्रवाई की जानी चाहिए।
अश्विनी चौबे ने कहा कि एक मुख्यमंत्री का इस तरह का बयान बहुत ही शर्मनाक और दर्दनाक है। आज तक के इतिहास में कभी भी किसी मुख्यमंत्री या माननीय सदस्यों ने इस तरह की भद्दी और गंदी टिप्पणी नहीं की होगी। महिलाओं का अपमान और अश्लील भाषा का प्रयोग सदन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया है जो अत्यंत ही दुर्भाग्यपूर्ण ही नहीं निंदनीय है। उन्हें अविलंब इस्तीफा देना चाहिए और पूरी देश की जनता से माफी मांगनी चाहिए। यदि ये ऐसा नहीं करते हैं तो निश्चित रूप से इनकों बर्खास्त करने की बात होनी चाहिए।
मैंने पहले भी कहा था कि जब नाश मनुष्य पर छाता है तो पहले विवेक मर जाता है। ये विवेक शुन्य हो गये है और बिहार के मुख्यमंत्री के लायक नहीं रह गये हैं। ऐसे अनैतिक बात करने वाले और अश्लील हरकत करने वाले को किसी भी हालत में मुख्यमंत्री पद पर रहने का कोई हक नहीं है। इन्होंने कुर्सी की मर्यादा तक नहीं रखी जो अशोभनीय है। बीजेपी के केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सदन में महिलाओं को लेकर की गई टिप्पणी को अश्लील बताया और उनसे इस्तीफे की मांग की। कहा कि यदि वे इस्तीफा नहीं देते हैं तो उन्हें बर्खास्त करने की कार्रवाई की जानी चाहिए।
बता दें कि केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस्तीफे की मांग की। गिरिराज राज सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार का मानसिक संतुलन बिगड़ गया है। उन्होंने नीतीश कुमार से इस्तीफे की मांग की है। गिरिराज सिंह ने कहा कि आज उन्होंने बिहार को शर्मसार करने का काम किया है। उनके इस बयान से यह सिद्ध हो गया है कि नीतीश कुमार का मानसिक संतुलन बिगड़ गया है। उन्होंने विधानसभा में जिस तरह का अमर्यादित बयान दिया है। उससे वो सभ्य समाज का प्रतिनिधित्व करने लायक नहीं रह गये हैं। इसलिए उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए।