Bihar News: बिहार विधानसभा सत्र का तीसरा दिन...आज भी सदन में हंगामा, स्पीकर ने चेताया- मेरी आवाज बुलंद है... Bihar Crime News: बिहार में मामूली बात को लेकर खूनी संघर्ष, पीट-पीटकर युवक की हत्या, दो घायल Bihar News: बिहार प्रशासनिक सेवा के इस अफसर के खिलाफ होगा एक्शन ! भू-अर्जन से जुड़ा है मामला.... Bihar Island: थाईलैंड को टक्कर देता है बिहार का यह अनोखा आइलैंड, यहां घूमने आते हैं देश-विदेश के पर्यटक Cricket: क्लीन बोल्ड करने के मामले में यह भारतीय गेंदबाज सबसे आगे, कुंबले और कपिल देव को भी पछाड़ा Illegal Immigrants: रोहिंग्या और बांग्लादेशियों पर और सख्त हुई सरकार, अब यहां बनाए गए 4 डिटेंशन सेंटर INDvsENG: ICC के इस नियम से गुस्सा हुए इंग्लैंड के कप्तान, कहा "इन्हें कॉमन सेंस की जरुरत" Bihar Flood Alert: बिहार के कई जिलों में बाढ़ का खतरा, खोले गए फरक्का बराज के सारे गेट Bihar Crime News: बिहार में सरपंच की गोली मारकर हत्या, पुलिस छापेमारी में जुटी Bihar Weather: बिहार में अगले 7 दिन बारिश का तांडव, इन जिलों के लोगों को बरतनी होगी विशेष सावधानी
1st Bihar Published by: Updated Wed, 13 Oct 2021 09:11:52 AM IST
- फ़ोटो
SHEIKHPURA : बिहार के शेखपुरा जिले में नीतीश सरकार के मंत्री को गांव वालों के जबरदस्त विरोध का सामना करना पड़ा. गांव वालों ने मंत्री को खूब खरी-खोटी सुना दी. फिर क्या था मंत्री जी को वापस उलटे पांव लौटने पड़ा.
दरअसल, बिहार सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार अचानक से एक व्यक्ति विशेष के पक्ष में शेखपुरा सदर प्रखंड के कोसरा पंचायत अंतर्गत जीयनबीघा गांव पहुंच गए. मंत्री के गांव पहुंचते ही ग्रामीण उग्र हो गए और मुखिया के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. साथ ही मंत्री को भी खूब खरी-खोटी सुना दी.
ग्रामीणों का आरोप है कि 10 सालों में पंचायत और गांव में विकास नहीं किया गया. ग्रामीणों का यह भी आरोप है कि मंत्री एक व्यक्ति विशेष प्रत्याशी के पक्ष में गांव भ्रमण करने पहुंचे जिसको लेकर उन लोगों ने मंत्री का भी विरोध किया.
वहीं इस संबंध में ग्रामीण कार्य विभाग के मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि अपने निजी काम से वह जदयू के पूर्व जिला अध्यक्ष डॉक्टर अर्जुन प्रसाद की धर्मपत्नी का कुशल क्षेम जानने पहुंचे हैं. जबकि इस गांव से भी उनका काफी लगाव भी है इसलिए यहां अचानक पहुंच गए है.
वहीं ग्रामीणों के विरोध को देखते हुए मंत्री जी जल्द ही गांव से चले गए. जबकि उन्होंने कई बार ग्रामीणों से शांति बरतने की अपील भी की थी लेकिन ग्रामीण लगातार स्थानीय मुखिया प्रतिनिधि निवास सिंह का विरोध कर रहे थे.