नीतीश कैबिनेट के गालीबाज मंत्री!, रोज दो अफसरों को देते हैं गाली, जब तक गाली नहीं देते चैन से नहीं बैठते: सुरेंद्र यादव

नीतीश कैबिनेट के गालीबाज मंत्री!, रोज दो अफसरों को देते हैं गाली, जब तक गाली नहीं देते चैन से नहीं बैठते: सुरेंद्र यादव

PATNA: बिहार सरकार में मंत्री सुरेंद्र यादव का विवादित बयान सामने आया है। जिसमें मंत्री जी खुले मंच से यह कहते दिख रहे हैं कि हम रोज दिन दो अफसरो को गलियाते हैं। हम सिर्फ मां-बहन की गाली नहीं देते हैं बल्कि हमारी डिक्शनरी में गाली का जितना शब्द है उन सबका उपयोग करते हैं। 


बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के ये खास मंत्री माने जाते हैं। जिन्होंने खुले मंच से यह बातें कही है। सुरेंद्र यादव ने कहा कि हम डॉक्टर को गाली नहीं देते हैं बल्कि सिर्फ अधिकारियों को गलियाते हैं। डॉक्टर भगवान का रूप होते हैं इसलिए उनकों हम कभी गाली नहीं देते हैं। हमारी लड़ाई अफसरों से होती है इसलिए हम उन्हें खूब गलियाते हैं। हम सिर्फ मां-बहन की गाली नहीं देते है लेकिन डिक्शनरी में जितना पढ़े हैं उतना ही गाली देते हैं। 


बिहार के सहकारिता मंत्री सुरेंद्र प्रसाद यादव ने कहा कि डॉक्टर भगवान का रूप होता है। हम जल्दी डॉक्टर से लड़ाई नहीं करते हैं। हमारा ज्यादा लड़ाई अफसर लोग से होता है। आज भी दुगो अफसर के गलिया ही के चले हैं। दशमी के दिन तो अफसर लोग के गलिया ही रहे थे। ऊ जो पैसबा मांग देता है ज्यादे  कम पैसा मांगे तो काम चल जाएगा लेकिन ज्यादा मांग देता है तो बड़ा दिक्कत हो जाता है कष्ट हो जाता है। माई बहिन के हम गाली नहीं देते है। लेकिन जितना डिक्शनरी पढ़े होगे उतना गाली तो उसको देबे करते हैं। उसके बाद कहते हैं कि भेज रहे हैं होश में रहियो। भेजते है तब उसको फोकटिया काम कर देता है।


दरअसल गारू प्रखंड के मीठापुर गांव में दिवंगत रामनरेश यादव की प्रतिमा अनावरण करने के लिए मंत्री सुरेंद्र यादव पहुंचे थे। इस दौरान मंच को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि हम रोज दिन दो अफसरों को गाली देते हैं। दो अफसर को तो आज हम गाली देकर ही चले हैं। विजयादशमी के दिन भी हम अफसरों को गाली देकर ही ऑफिस गये थे। 


सुरेन्द्र यादव ने कहा कि जीवन में कोई काम कीजिएगा तो उसको छोटा मत समझिएगा। छोटा समझिएगा तब कभी जीवन आगे नहीं बढ़ पाईएगा। मेरा घर चिरैयाटाड़ में है हम शुरू से ही बहुत तेज आदमी थे। बचपन से ही हमकों हनुमान जी पर पूरा विश्वास था। चार बजे सुबह से 5 बजे तक मवेशी को चारा खिलाते थे फिर हम हनुमान जी की पूजा करने के बाद दूध बेचते थे और नरेंद्र मोदी चाय बेचा करते थे। मेरा पॉकेट भरा रहता है पीछे-पीछे लड़का लोग लगा रहता था हमको बॉस-बॉस कहता था और खर्चा कराता था। हमको भी अच्छा लगता था कि हम सबके बॉस है। आज भी दो आदमी हमलोग दूध बेचते हैं। पहला लालू प्रसाद यादव और दूसरा मैं दूध बेचता हूं। उन्होंने कहा कि दुनियां में अच्छा काम कीजिए अच्छा काम कीजिएगा तभी अच्छा फल मिलेगा।