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10-Jul-2019 07:23 AM
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PATNA: मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार से सैकडों मासूम बच्चों की मौत के बाद नीतीश कुमार का दिल पसीज ही गया. पांच साल पहले 2014 में मुजफ्फरपुर में जिस अस्पताल को बनाने का एलान किया गया था, आज कैबिनेट से उसकी मंजूरी मिल ही गयी. नीतीश की कैबिनेट आज बैठी तो मुजफ्फरपुर में 100 बेड का बच्चों का ICU बनाने का फैसला लिया गया. 2014 में हुई थी घोषणा 2014 में मुजफ्फरपुर में AES यानि चमकी बुखार से तकरीबन 400 बच्चों की मौत हुई थी. उसी साल सरकार ने वहां बच्चों के लिए 100 बेड का ICU बनाने का एलान किया था. सरकार एलान करके बच्चों की मौत भूल गयी. 2014 के बाद कम संख्या में बच्चों की मौत हुई, सरकार आराम से बैठी रही. 2019 में जब तकरबीन 200 बच्चे मरे और देश भर में नीतीश सरकार की फजीहत हुई तब जाकर सरकार की नींद टूटी है. आज कैबिनेट की बैठक में मुजफ्फरपुर 100 बेड के ICU के लिए 62 करोड़ रूपये खर्च करने की मंजूरी दी गयी. कैबिनेट की बैठक में कई और फैसले सरकार ने 2004 के बाद बाहर से बिहार में आकर नौकरी करने वाले कर्मचारियों-अधिकारियों को तोहफा दिया है. उन्हें ग्रेच्यूटी का फायदा मिलेगा. ये फायदा उन्हें मिलेगा जो 2004 से पहले किसी दूसरी सरकार की नौकरी कर रहे थे और बाद में बिहार सरकार में आकर योगदान दिया. सरकार ने हर गांव नल का जल पहुंचाने के लिए नवादा जिले में तकरबीन 78 करोड़ रूपये खर्च करने की भी मंजूरी दी. वहीं, भोजपुरी के नेकनाम टोला में भी जलापूर्ति योजना की मंजूरी दी गयी.