BIHAR CRIME: स्वर्ण व्यवसायी हत्याकांड का खुलासा, पति-पत्नी और साली गिरफ्तार, अवैध संबंध बना घटना का कारण BIHAR CRIME: बीवी ने आशिक के साथ मिलकर कर दी पति की हत्या, 20 लाख कैश और जमीन की लालच में रच दिया खौफनाक साजिश Bihar Crime News: शराबबंदी कानून के तहत बिहार में पहली बार किसी महिला को सजा, इतने साल जेल और एक लाख जुर्माना Bihar Crime News: शराबबंदी कानून के तहत बिहार में पहली बार किसी महिला को सजा, इतने साल जेल और एक लाख जुर्माना फरहदा में कौशल युवा प्रोग्राम प्रमाण पत्र वितरण कार्यक्रम, समाजसेवी अजय सिंह ने युवाओं को दिखाई सफलता की राह Purnea News: शिक्षाविद् रमेश चंद्र मिश्रा की प्रथम पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि सभा, विद्या विहार समूह की सभी संस्थाओं में हुआ आयोजन Purnea News: शिक्षाविद् रमेश चंद्र मिश्रा की प्रथम पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि सभा, विद्या विहार समूह की सभी संस्थाओं में हुआ आयोजन Hate Speech Case: हेट स्पीच केस में मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी को बड़ा झटका, सजा के खिलाफ अपील खारिज Hate Speech Case: हेट स्पीच केस में मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी को बड़ा झटका, सजा के खिलाफ अपील खारिज अवैध कोयला खनन के दौरान चाल धंसने से 4 ग्रामीणों की मौत, आधा दर्जन लोग घायल, मुआवजे की मांग को लेकर हंगामा
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sun, 15 Sep 2024 07:31:48 AM IST
- फ़ोटो
DESK : केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने ने कहा है कि उनको प्रधानमंत्री पद की दौड़ में शामिल होने पर समर्थन देने की पेशकश की गई थी। लेकिन उनको इसका बखूबी से जवाब दिया था। इसके साथ ही नितिन गडकरी ने कहा कि लोकतंत्र तभी सफल होगा जब इसके चारों स्तंभ- न्यायपालिका कार्यपालिका विधायिका और मीडिया नैतिकता का पालन करेंगे।
गडकरी ने कहा कि एक बार एक राजनीतिक नेता ने उन्हें प्रधानमंत्री पद की दौड़ में शामिल होने पर समर्थन देने की पेशकश की थी, लेकिन उन्होंने यह कहते हुए प्रस्ताव को ठुकरा दिया था कि उनकी ऐसी कोई महत्वाकांक्षा नहीं है। गडकरी ने कहा ''मुझे एक घटना याद है। मैं किसी का नाम नहीं लूंगा। मगर उस व्यक्ति ने कहा था कि 'अगर आप प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं तो हम आपका समर्थन करेंगे।''
इसके आगे गडकरी ने कहा कि, ''लेकिन, मैंने पूछा कि आपको मेरा समर्थन क्यों करना चाहिए और मुझे आपका समर्थन क्यों लेना चाहिए। प्रधानमंत्री बनना मेरे जीवन का लक्ष्य नहीं है। मैं अपने विश्वास और अपने संगठन के प्रति वफादार हूं और मैं किसी भी पद के लिए समझौता नहीं करने जा रहा हूं क्योंकि मेरा विश्वास मेरे लिए सबसे महत्वपूर्ण है।''
उधर, गडकरी ने राजनीति में नैतिकता के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र तभी सफल होगा जब इसके चारों स्तंभ- न्यायपालिका, कार्यपालिका, विधायिका और मीडिया नैतिकता का पालन करेंगे। इसलिए हमें अपना काम ईमानदारी से करना चाहिए। इसके साथ ही अपने साथ कोई बड़े पद की इक्छा नहीं रखना चाहिए।