DELHI: निर्भया के दोषियों के वकील एपी सिंह आखिरी दम तक चारों को बचाने के लिए हर दांव वह आजमाते रहे जिससे वह अपने क्लाइंट को बचा सकें. इस दौरान एपी सिंह का कई बार विरोध किया. कई तरह के ताने सुनने पड़े. लेकिन वह डटे रहे.
कई बार उनके कारण डेथ वारंट हुआ फेल
एपी सिंह ने विनय कुमार, पवन गुप्ता, अक्षय ठाकुर और मुकेश सिंह को बचाने के लिए हर कानून दांव पेंच लगाते. इसको लेकर कभी पटियाला कोर्ट तो कभी सुप्रीम कोर्ट, मानवाधिकार आयोग, इंटरनेशनल कोर्ट तक इस मामले को लेकर गए, लेकिन इंटरनेशन कोर्ट में कोरोना के कारण सुनवाई नहीं हो सकी. लड़ते-लड़के कई सालों तक दोषियों को फांसी से फंदे से बचाते रहे. इसके कारण ही तीन डेथ वारंट फेल हो गया.
यूपी के रहने वाले हैं एपी सिंह
एपी सिंह 1997 से सुप्रीम कोर्ट में वकालत कर रहे हैं. इस दौरान उनको 2012 में निर्भया का केस मिला. तब से इस केस को वह देख रहे हैं. इस केस से ही वह चर्चा में आए. सिंह यूपी के रहने वाले हैं. उन्होंने ने लखनऊ विवि से लॉ ग्रेजुएट किया है. इस दौरान एपी सिंह पर कई बार विवादों में भी रहे हैं. उनपर निर्भया की मां को धमकी और आपत्तिजनक बयान देने का भी आरोप लग चुका है. बता दें कि निर्भया के चारों दोषियों को आज सुबह तिहाड़ जेल में फांसी पर लटकाया गया.