SITMARHI: सीतामढ़ी में एक क्वॉरेंटाइन सेंटर की शर्मनाक और बदतर हकीकत दिखाने पर एक पत्रकार पर सीओ ने प्राथमिकी दर्ज करा दी। नीतीश कुमार जिस सुशासन का दावा करते हैं उस सरकार के अफसर इतने तानाशाह और बेशर्म हो गये है कि क्वॉरेंटाइन सेंटर की बदहाली की हकीकत दिखाने वाले पत्रकार पर केस किया जा रहा है।
यह पूरा मामला रीगा प्रखंड के बुलाकीपुर उच्च विद्यालय के क्वॉरेंटाइन सेंटर का है। सेंटर में निम्न स्तरीय व्यवस्था के विरोध में क्वॉरेंटाइन लोगों ने प्रशासन के विरोध में जमकर हंगामा किया था। लोगों का आरोप था कि उन लोगों को समय पर खाना दिया जाता है। लोगों को भेड़-बकरी की तरह क्वॉरेंटाइन सेंटर में ठूंस कर रख दिया गया है।
इस खबर को प्रिंट मीडिया के एक स्थानीय पत्रकार गुलशन कुमार मिट्ठू ने कवर किया जिसमें क्वॉरेंटाइन सेंटर में मौजूद श्रमिक मजदूरों द्वारा व्यवस्था के विरोध में हंगामा किया करने की खबर को प्रसारित किया गया। उसके बाद रीगा के सीओ राम उरांव ने पत्रकार पर ही प्राथमिकी दर्ज करा दी। सीओ ने अपने प्राथमिकी के लिए आवेदन में कहा कि गुलशन कुमार मिट्ठू में मजदूरों को उकसाया।
बिहार में जिस प्रकार से तानाशाही रवैया से सरकार और उसके अफसर काम कर रहे हैं यह एकदम संवेदनहीन मामला है। हकीकत और बदतर स्थिति का दिखाने पर उसे सुधारने के बजाए पत्रकार पर ही प्राथमिकी दर्ज कर दिया जा रहा है। बुलाकीपुर उच्च विद्यालय क्वॉरेंटाइन सेंटर में मौजूद श्रमिक मजदूरों ने व्याप्त व्यवस्था के विरोध में हंगामा करते हुए मुख्यमंत्री और जिला प्रशासन मुर्दाबाद के के नारे लगाए थे।
इस घटना की खबर को पत्रकार द्वारा कवर किया गया और व्याप्त कुव्यवस्था की हकीकत दिखाई गई जो रीगा के सीओ राम उरांव को नागवार गुजरा और अपने पद के हनक में चूर सीओ ने हकीकत दिखाने पर पत्रकार पर प्राथमिकी दर्ज कर दी। जिस अधिकारी को अपने क्वॉरेंटाइन सेंटर की व्यवस्था दुरुस्त करने में अपना समय बिताना चाहिए था उस सीओ ने व्यवस्था को सुधारने के बजाय पत्रकार पर ही केस दर्ज कर लोगों को उकसाने का आरोप लगा दिया।