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ARA : 18 मार्च को अपने एक रिश्तेदार के निकाह में आए 17 लोग लॉकडाउन के कारण फंस गए हैं. अब मेजबान के यहां भी अनाज का स्टॉक कुछ दिनों में खत्म हो जाएगा. इसके साथ खी राशन लाने के लिए जमा पूंजी भी अब नहीं बची है. उनलोगों पर खाने का संकट भी मंडराने लगा है. जिसके बाद वे लोग प्रशासन से अपने घर भेजने की गुहार लगा रहे हैं.
बताया जा रहा है कि आरा के नवादा मोहल्ला निवासी मोहम्मद सलाउद्दीन उर्फ सोनू के छोटे भाई गुड्डू का निकाह 18 मार्च को होना था .जिसके लिए 14 मार्च से ही रिश्तेदारों की भीड़ जुटने लगी थी. निकाह के अगले दिन कुछ मेहमान चले गए थे तो वहीं दूर से आए कुछ मेहमान जाने की तैयारी में जुटे थे. इसी बीच कोरोना को लेकर शहर में जनता कर्फ्यू लग गया और इसके बाद लॉकडाउन शुरू हो गया. जिसके कारण मेहमान आरा में फंस गए. वो घर जाना चाहते हैं लेकिन कोई साधन नहीं होने की वजह से घर नहीं जा पा रहे हैं.
जिसके बाद एक महिने से ज्यादा से घर में 25 लोगों का खाना बनाना पड़ रहा है. घर के मुखिया सोनू का कहना है कि ऐसी स्थिति कुछ दिन और बनी रही तो हमारी हालत बिलकुल ही खराब हो जाएगी. मेहमान अपने घर जाना चाहते हैं लेकिन कोई भी रास्ता नहीं होने के कारण वह घर में ही फंसे हैं. हम जिला प्रशासन से इसके लिए मदद मांग रहे हैं कि किसी तरह मेहमान को उनके घर पहुंचा दिया जाए. निकाह के बाद उनके घर में फंसे 17 मेहमानों में से 12 लोग टाटा, गुजरात के दो और बाकी के तीन मेहमान लोकल ही हैं. सबका कहना है कि हमें जल्द से जल्द घर पहुंचा दिया जाए, क्योंकि हमारे परिवार वालों को भी यहां फंसे होने से परेशानी हो रही है.