बिहार : नेपाल सीमा पर छिपा है 3 लोगों को जिंदा जलाने का मुख्य आरोपी, SSP ने गिरफ्तारी के लिए बनाई SIT टीम

बिहार : नेपाल सीमा पर छिपा है 3 लोगों को जिंदा जलाने का मुख्य आरोपी, SSP ने गिरफ्तारी के लिए बनाई SIT टीम

DARBHANGA : दरभंगा में हुए 10 फरवरी को नगर थाना क्षेत्र के जीएम रोड में एक ही परिवार के 3 लोगों को जिंदा जला देने और घर को जबरन जेसीबी से ढहाने का मुख्य आरोपी शिव कुमार झा मधुबनी जिले में नेपाल सीमा पर छिपा हुआ है। दरभंगा पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के लिए एक एसआईटी का गठन किया है जिसे दरभंगा सदर एसडीपीओ कृष्ण नंदन कुमार लीड कर रहे हैं। दरभंगा के प्रभारी एसएसपी अशोक कुमार प्रसाद ने कहा शिव कुमार झा की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है।


प्रभारी एसएसपी अशोक कुमार प्रसाद ने कहा कि 3 लोगों को जिंदा जलाए जाने की घटना में दो लोगों की मौत हो चुकी है। इस मामले में पुलिस पहले आठ लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। उन्होंने कहा कि मुख्य आरोपी शिव कुमार झा समेत कई अन्य लोगों की पहचान की गई है जिनकी गिरफ्तारी के लिए कुर्की-जब्ती की कार्रवाई भी की जा रही है। उन्होंने कहा कि इस केस के उद्भेदन के लिए एक एसआईटी का गठन किया गया है जिसका नेतृत्व दरभंगा सदर एसडीपीओ कृष्ण नंदन कुमार कर रहे हैं। 


उन्होंने कहा कि इस टीम में इंस्पेक्टर मदन प्रसाद और इंस्पेक्टर शशिकांत सिंह समेत पुलिस लाइन के कई जवानों को शामिल किया गया है। उन्होंने कहा कि इस मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में पहले नगर थाना प्रभारी राकेश कुमार को लाइन हाजिर किया गया था उसके बाद अब उन्हें निलंबित कर दिया गया है। एसएसपी ने कहा कि यह केस पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती है। इस मामले में सभी अभियुक्तों को जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाना पुलिस का सबसे बड़ा मकसद है जिस पर पुलिस लगातार काम कर रही है।


बता दें कि 10 फरवरी को नगर थाना क्षेत्र के जीएम रोड में भू-माफिया ने संजय झा के मकान में आग लगाकर 3 लोगों को जिंदा जला दिया था। भू माफिया ने संजय झा के मकान को जेसीबी से ढहाने की भी कोशिश की थी। इस आगजनी में गंभीर रूप से झुलसे संजय झा और उनकी गर्भवती बहन पिंकी की मौत मंगलवार को पटना के पीएमसीएच में हो गई। इसके 3 दिन पहले पिंकी के गर्भ में पल रहा बच्चा भी मौत के मुंह में चला गया था। पीड़ित परिवार ने इस मामले में पुलिस पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है। इस घटना को लेकर दरभंगा पुलिस पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं।