KATHMANDU : पडोसी देश नेपाल ने भारत से लगी अपनी सीमा को पूरी तरह सील कर दिया है. रक्सौल-बीरगंज से लेकर बिहार से लगी नेपाल की पूरी सीमा सील कर दी गयी है. इसके बाद नेपाल में रह रहे लाखों भारतीय सांसत में हैं. नेपाल में कोरोना के दूसरे मामले की पहचान के बाद ये फैसला लिया गया है.
नेपाल में कोरोना के दूसरा मामला सामने आया
नेपाल ने कल पुष्टि की है कि उसके देश में 23 मार्च को कोरोना वायरस के दूसरे मामले की पुष्टि हो गयी है. कतर के रास्ते फ्रांस से लौटी 19 वर्षीय एक छात्रा को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया है. नेपाल के स्वास्थ्य मंत्री भानुभक्त ढाला ने काठमांडू में मीडिया से बात करते हुए कहा कि कोरोना से संक्रमित छात्रा को काठमांडू स्थित सुक्रराज ट्रॉपिकल एंड इन्फेक्शस डिसीज हॉस्पिटल में आइसोलेशन में रखा गया है. उन्होंने बताया कि छात्रा 17 मार्च को कतर के रास्ते फ्रांस से वापस नेपाल लौटी थी. छात्रा के परिजनों को भी क्वारंटाइन में रखा जायेगा.
दूसरे पॉजिटिव केस के बाद नेपाल ने सील किया बार्डर
नेपाल में कोरोना वायरस के दूसरे मामले के सामने आने के बाद सरकार ने भारत और चीन से लगती अपनी सीमा एक सप्ताह के लिए बंद कर दी हैं. नेपाली अधिकारियों ने बताया कि उनके गृह मंत्री राम बहादुर थापा ने सीमा बंद करने के मुद्दे पर भारतीय राजदूत विनय मोहन क्वात्रा से लंबी चर्चा की. इसी दौरान दोनों पक्षों ने इस बात पर सहमति जतायी कि सीमा को सील कर दिया जाये.
होती रहेगी सामान की आवाजाही
गौरतलब है नेपाल में जरूरत के ढ़ेर सारे सामान भारत से जाते हैं. लिहाजा सामानों की आवाजाही पर रोक नहीं लगायी गयी है. नेपाल के वित्त मंत्री युवराज खाटीवाडा ने कहा है कि भारत के साथ साथ चीन से भी सामान की आपूर्ति होती रहेगी.
नेपाल के वित्त मंत्री खाटीवाडा ने कहा, '' समूचा दक्षिण एशिया और दक्षिण-पूर्वी एशिया कोरोना वायरस की महामारी से प्रभावित है लिहाजा उनकी सरकार ने दक्षिणी और उत्तरी दोनों सीमाओं को सील करने का फैसला किया है. सीमा के खुला रहने से लोगों का आवागमन होगा और इससे नेपाल में बीमारी फैलने का बड़ा जोखिम होगा."