PATNA: आज यानि 15 अक्टूबर से देवी उपासना के महापर्व शारदीय नवरात्रि का शुभारंभ हो गया है। नवरात्रि के पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा हो रही है। राजधानी पटना के मंदिरों में सुबह से ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रदेशवासियों को नवरात्रि की शुभकामनाएं दी हैं और शांतिपूर्ण ढंग से देवी उपासना के पर्व को मनाने की अपील की है।
शारदीय नवरात्रि के पहले दिन सुबह से ही पटना के अलग-अलग देवी मंदिरों में भक्तों की भीड़ देखी जा रही है। पटना के बांस घाट काली मंदिर में सुबह से ही भक्त पूजा अर्चना करने के लिए पहुंच रहे हैं। सबसे बड़ी बात है कि मंदिर के ठीक सामने श्मशान है लेकिन उसके बावजूद लोगों की आस्था देखते ही बन रही है। बांस घाट स्थित काली मंदिर श्मशान में स्थित है, जिसे सिद्धेश्वरी मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। जिस जगह पर माता का मंदिर बना है, वह श्मशान की भूमि है। यहां कई लोगों की चिताएं जली थीं और आज यहां माता काली विराजमान हैं। मंदिर लगभग 300 साल पुराना है। मंदिर के सामने आज भी चिताएं जलती रहती हैं। पर भक्ति भाव में कोई कमी नहीं होती है क्योंकि मां जागृत हैं।
राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर और मुख्यमंत्री ने प्रदेश वासियों को नवरात्रि की शुभकामनाएं दी हैं। सीएम ने अपने एक्स हैंडल पर लिखा कि, "शारदीय नवरात्रि के अवसर पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। मां दुर्गा शक्ति की अधिष्ठात्री देवी हैं। नवरात्रि के नौ दिन मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा होती है। मां दुर्गा भक्तों और साधकों में शक्ति का संचार कर करूणा और परोपकार के द्वारा प्राणियों का कल्याण करती हैं। नवरात्रि पर्व को सभी पारस्परिक सद्भाव, आपसी भाईचारे एवं शांतिपूर्ण तरीके से हर्षोल्लास के साथ मिल-जुलकर मनाएं।"