नारियल पर हाथ रखकर कसम खाने वाले पुलिसकर्मियों को भी छठ में छुट्टी नहीं: सवाल पूछने पर पुलिस मुख्यालय ने चुप्पी साधी

नारियल पर हाथ रखकर कसम खाने वाले पुलिसकर्मियों को भी छठ में छुट्टी नहीं: सवाल पूछने पर पुलिस मुख्यालय ने चुप्पी साधी

PATNA: बिहार सरकार छठ जैसे महापर्व पर भी अपने कर्मचारियों के साथ गजब खेल कर रही है. पहले शिक्षा विभाग ने छठ के दौरान स्कूलों के हेडमास्टरों और शिक्षकों को नौकरी पर हाजिर होने का फरमान जारी किया. अब पुलिस में तैनात वैसे लोगों को भी छुट्टी नहीं दी जा रही है, जो खुद छठ कर रहे हैं. इससे पुलिसकर्मियों में भारी आक्रोश है.


कसम खाने पर भी छुट्टी नहीं

दरअसल बिहार के पुलिस मुख्यालय ने छठ पर्व के मौके पर बिहार के सारे पुलिसकर्मियों की छुट्टियां रद्द करने का आदेश जारी किया है. किसी पर्व त्योहार के मौके पर पुलिसकर्मियों की छुट्टी रद्द करने का आदेश निकाला जाना सामान्य प्रक्रिया है. लेकिन हर साल वैसे लोगों को छुट्टी मिलती रही है, जो खुद छठ करते रहे हैं. पुलिस मुख्यालय के आदेश में भी ये बात लिखी रहती है कि विशेष परिस्थिति में छुट्टी दी सकती है. लेकिन इस बार जिलों में किसी पुलिसकर्मी को छठ के मौके पर छुट्टी नहीं दी जा रही है.


बिहार पुलिस एसोसियेशन के अध्यक्ष मृत्युंजय कुमार सिंह ने फर्स्ट बिहार से बात करते हुए कहा कि इस बार छठ करने वाले पुलिसकर्मियों की आस्था के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. मृत्युंजय कुमार सिंह ने कहा कि ऐसे ढेर सारे पुलिसकर्मी हैं जो खुद छठ व्रत करते हैं. स्वयं छठ करने वाले पुलिसकर्मी नारियल छू कर छठ मईया की शपथ लेकर ये कह रहे हैं कि वे खुद छठ कर रहे हैं. लेकिन ज़िले के SP कुछ भी सुनने को तैयार नही है. वे पुलिसकर्मियों को छुट्टी नहीं दे रहे हैं. इससे पुलिसकर्मी मायूस और आक्रोश में है। 


बिहार पुलिस एसोसिएशन के अध्यक्ष मृत्युंजय कुमार सिंह ने राज्य सरकार से माँग की है कि तत्काल आदेश ज़िले की SP को ये निर्देश दिया जाए कि वैसे पुलिसकर्मियों को छुट्टी दी जाये जो खुद छठ कर रहे हैं. ऐसे पुलिसकर्मियों को छुट्टी नहीं देना अन्याय है.


पुलिस मुख्यालय का अजीबो गरीब तर्क

छठ करने वाले पुलिसकर्मियों को छुट्टी नहीं मिलने के संबंध में आज मीडिया ने बिहार पुलिस के एडीजी जीएस गंगवार से सवाल पूछा. एडीजी ने कहा कि हम त्योहार के मौके पर पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति और लोगों की सहूलियत दोनों का ख्याल रखते हैं. इसके अलावा हम कुछ औऱ नहीं कह सकते. मीडिया के लोग सवाल पूछते रहे लेकिन एडीजी ने और कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया.