PATNA : केंद्र सरकार ने भले ही नई शिक्षा नीति की घोषणा कर दी हो लेकिन शिक्षकों को लेकर इसमें बहुत सी बातें स्पष्ट नहीं है। इसकी स्पष्टता को लेकर आज बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ ने गूगल मीट पर एक परिचर्चा का आयोजन किया। इस परिचर्चा में संघ के अध्यक्ष केदारनाथ पांडे ने कई बिंदुओं पर अपने विचार रखे हैं।
केदारनाथ पांडे ने विस्तार से नई शिक्षा नीति की खूबियों एवं खामियों पर प्रकाश डाला। इस चर्चा के मूल में माध्यमिक स्तर की शिक्षा नीति रही। केदारनाथ पांडे ने कहा कि इस नई शिक्षा नीति में कुछ अच्छी अच्छी बातें भी कही गई हैं परन्तु उनके क्रियान्वयन का स्वरूप क्या होगा यह स्पष्ट नहीं किया गया है. खास कर शिक्षकों की नियुक्ति, वेतनमान एवं सेवाशर्त क्या होगा, इसकी भी कुछ स्पस्ट रूप रेखा दिखाई नहीं दे रही है।विद्यालयों के देख रेख के लिए बनने वाली समितियों में भी स्थानीय राजनीतिक हस्तक्षेप की प्रबल संभावना है।जो विद्यालयों के संचालन को प्रभावित कर सकता है।
केदारनाथ पांडे ने कहा कि यह शिक्षा नीति ड्राप आउट को कम करने की बात तो करती है पर इसके लिए कोई ठोस कार्यक्रम की चर्चा नहीं है।इस नीति से ऐसा लगता है कि गरीब एवं मध्यम वर्ग के लड़के उच्च शिक्षा से कही वंचित न हो जाए। कार्यक्रम का संचालन शिक्षक नेता कुमार अर्णज ने किया।