नागरिकता बिल पर अमित शाह संसद में दे रहे जवाब, कहा- कांग्रेस और पाक के नेताओं के बयान मिल जाते हैं

नागरिकता बिल पर अमित शाह संसद में दे रहे जवाब, कहा- कांग्रेस और पाक के नेताओं के बयान मिल जाते हैं

DELHI : केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह संसद मे नागरिकता बिल पर सरकार की सफाई पेश कर रहे हैं। वे एक-एक कर विपक्ष का सारी आपत्तियों का जवाब राज्यसभा में दे रहे हैं। अपने भाषण में उन्होनें कांग्रेस को निशाने पर लेते हुए कहा कि कांग्रेस नेताओं और पाकिस्तान के नेताओं के बयान अक्सर मिल जाया करते हैं। शाह के इस बयान पर संसद में कांग्रेस सदस्यों ने हंगामा किया। 

इससे पहले अमित शाह ने कहा कि  नागरिकता संशोधन विधेयक भारत के तीन पड़ोसी देशों पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश में धार्मिक प्रताड़ना झेल कर यहां आने वाले और नागरिकता प्राप्त नहीं कर पाने वाले अल्पसंख्यकों के लिए उम्मीद की किरण है।

अमित शाह ने कहा कि इस बिल की वजह से कई धर्म के प्रताड़ित लोगों को भारत की नागरिकता मिलेगी लेकिन विपक्ष का ध्यान सिर्फ इस बात पर कि मुस्लिम को क्यों नहीं लेकर आ रहे हैं। आपकी पंथनिरपेक्षता सिर्फ मुस्लिमों पर आधारित होगी लेकिन हमारी पंथ निरपेक्षता किसी एक धर्म पर आधारित नहीं है। 

एनडीए सरकार ने मुस्लिमों को इस विधेयक से बाहर रखने के पीछे का कारण बताते हुए स्पष्ट किया है कि मुस्लिम इन तीन देशों में बहुसंख्यक है। सरकार का कहना है कि इन देशों में मुस्लिमों का धार्मिक आधार पर उत्पीड़न नहीं हो सकता, क्योंकि इन देशों में ये बहुसंख्यक हैं।

अमित शाह ने कहा कि आप क्या चाहते हैं? क्या हमें पाकिस्तान से आने वाले मुस्लिमों को नागरिकता देनी चाहिए। ऐसे में देश कैसे चलेगा? शाह ने कहा कि पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश में हिंदू, जैन, पारसी, सिख धर्म को मानने वालों को प्रताड़ित किया गया है। यह विधेयक इन लोगों की गरिमा और जिंदगी की रक्षा करेगा।