बिहार के सबसे बड़े राजनीतिक परिवार में इस बार छठ पूजा नहीं मनाया जा रहा है। दरअसल, राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बीमारी से उबरने के बाद और परिवार में नए सदस्य के आगमन के बाद इस बात की चर्चा तेज थी कि इस बार काफी धूम धाम से छठ मनाया जाएगा। लेकिन, अब जो खबर निकल कर सामने आ रही है उसके मुताबिक इस बार भी लालू परिवार में छठ नहीं होगा।
दरअसल, बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी इस साल भी छठ पूजा नहीं कर रही हैं। शुक्रवार को नहाय खाय के साथ चार दिन तक चलने वाला छठ महापर्व शुरू हो गया है लेकिन राबड़ी देवी और उनके पति आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव कोलकाता में हैं। इससे ये साफ है कि इस साल भी राबड़ी आवास पर छठ पूजा का आयोजन नहीं होगा। पटना से बाहर की व्यस्तता के कारण छठ महापर्व का आयोजन यहां नहीं हो रहा है। राजद प्रमुख और पूर्व सीएम लालू यादव, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव गुरुवार को कोलकाता चले गए थे। राबड़ी देवी और तेजस्वी की पत्नी राजश्री पहले से कोलकाता में हैं।
वहीं, पश्चिम बंगाल सीएम ममता बनर्जी के परिवार में एक शादी में शामिल होने यादव परिवार कलकत्ता गया है और वहां से 18 या 19 नवंबर को पटना वापस आएंगे।
मालुम हो कि, एक समय था जब लालू सीएम रहते अपने सिर पर छठ का दउरा लेकर घाट पर जाते थे और कभी लोटा तो कभी बाल्टी से दूध अर्पित करते नजर आते थे। राबड़ी आवास में अलग-अलग वजह से कुछ साल से छठ नहीं हो पा रहा है। कभी लालू की खराब तबीयत तो कभी लालू का ऑपरेशन और कभी आरजेडी की हार, राबड़ी देवी के छठ का सूप उठाने में हर बार कुछ ना कुछ बाधा हो जा रही है।
उधर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सीएम आवास में छठ की तैयारियां पूरी हो गई हैं। नीतीश के रिश्तेदार हर साल सीएम आवास में ही छठ पर्व करते हैं। राज्य भर में छठ को लेकर घाट को तैयार करने का काम आखिरी दौर में पहुंच चुका है। सरकार ने हर जिले में खतरनाक घाटों की लिस्ट जारी कर दी है और छठ के दौरान इन घाटों पर खतरा के निशान से आगे नहीं जाने की सलाह दी है।