ब्रेकिंग न्यूज़

Patna Crime News: आखिर कहां लापता हो गए पटना के बड़े दवा कारोबारी? परिजनों ने पुलिस से लगाई गुहार Patna Crime News: आखिर कहां लापता हो गए पटना के बड़े दवा कारोबारी? परिजनों ने पुलिस से लगाई गुहार Bihar politics: प्रशांत किशोर ने दिलीप जायसवाल के खिलाफ खोला मोर्चा, मेडिकल कॉलेज पर गलत तरीके से कब्जा करने का आरोप Bihar politics: प्रशांत किशोर ने दिलीप जायसवाल के खिलाफ खोला मोर्चा, मेडिकल कॉलेज पर गलत तरीके से कब्जा करने का आरोप Patna News: पटना के यातायात को मिलेगी नई दिशा, सड़कों के चौड़ीकरण के लिए 20.11 करोड़ मंजूर Patna News: पटना के यातायात को मिलेगी नई दिशा, सड़कों के चौड़ीकरण के लिए 20.11 करोड़ मंजूर Bihar Politics: लालू प्रसाद के गढ़ में गरजे चिराग पासवान, बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने पर कही यह बात Bihar Politics: लालू प्रसाद के गढ़ में गरजे चिराग पासवान, बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने पर कही यह बात दरभंगा को मिली बड़ी सौगात: ननौरा-मोहम्मदपुर सड़क का होगा चौड़ीकरण, 25.55 करोड़ की स्वीकृति एक सिपाही ऐसा भी: 12 साल ड्यूटी पर नहीं गया, फिर भी घर बैठे लेता रहा 28 लाख सैलरी!

मुजफ्फरपुर में एक बुजुर्ग ने कर लिया जीते जी अपना श्राद्ध कर्म, अब मनाई बरसी

1st Bihar Published by: Updated Sat, 05 Nov 2022 05:00:07 PM IST

मुजफ्फरपुर में एक बुजुर्ग ने कर लिया जीते जी अपना श्राद्ध कर्म, अब मनाई बरसी

- फ़ोटो

MUZAFFARPUR : हिंदू धर्म में जब किसी मनुष्य की मौत होती है तो कर्मकांड के अनुसार श्राद्ध कर्म करवाया जाता है। ऐसे में अब एक मामला बिहार के मुजफ्फरपुर से आ रहा है, जहां एक जीवित बुजुर्ग ने पहले अपना श्राद्ध किया और अब बरसी भी धूमधाम से मनायी। मामला मुजफ्फरपुर के सकरा थाना क्षेत्र के भरथीपुर का है। मिली जानकारी के अनुसार, यहां भरतीपुर के 75 साल के बुजुर्ग हरिचंद्र दास ने पिछले साल खुद से अपना श्राद्ध किया था। इस साल उन्होंने उसकी बरसी भी मनाई। इस कार्यक्रम में पूरा गांव भी शामिल हुआ। बरसी की पूजा, भजन-कीर्तन, सिर मुंडवाने से लेकर भोज तक के सारे नियम किए गए। इसकी पहचान हरिचंद्र दास (75) के रूप में हुई है। उन्होंने बताया कि हम युवावस्था से ही ये सोंचते थे कि अपना श्राद्ध खुद करेंगे, मरने के बाद परिजनों को परेशानी ना हो इसलिए इन कार्यों से इन्हे मुक्त कर दिया। 


इसके आगे उन्होंने बताया कि पहले तो इसको लेकर उनके परिवार और मोहल्ले के लोगों ने पहले मना किया, लेकिन बाद में सब मान गए और खुशी-खुशी इस कार्यक्रम में शामिल हुए। हरिश्चन्द्र दास के दो पुत्र एवं चार पुत्रियां हैं। ये सभी विवाहित हैं उनकी पत्नी परिवार के साथ रहती हैं। बेटे परदेश में मजदूरी करते हैं। उनका कहना है कि वह अपने परिवार एवं अपने बच्चों के लिए बोझ बनकर जाना नहीं चाहते इसीलिए उन्होंने अपना श्राद्ध कर्म 15 नवंबर 2021 को ही कर दिया था।  तिथि के अनुसार इस साल 4 नंवबर यानि शुक्रवार को अपनी बरसी मनाई।


हरिचंद्र दास ने पूरी विधि-विधान के साथ अपनी बरसी की। पहले सिर मुंडवाया। फिर सफेद धोती पहनी। पंडित ने पूरी विधि के साथ मंत्र भी पढ़े। फिर जो दान की प्रक्रिया होती है। वह भी पूरा की गई। देर शाम तक सारे नियम पूरे किए गए। इसके बाद रात में भोज का आयोजन किया गया। उनके साथ उनकी पत्नी और घर के अन्य सदस्य भी साथ थे।जीवित रहते खुद से अपना श्राद्ध और बरसी करने कारण जब उनसे पूछा गया तो बोले की हम साधु-संत हैं। अपना सारा काम खुद करेंगे जाएंगे। इसलिए अपना श्राद्ध खुद से करते हैं।