MUZAFFARPUR : मुजफ्फरपुर के उस आई हॉस्पिटल में ताला जड़ दिया गया है जिसने कई लोगों के आंखों की रोशनी ले ली. बिहार के लापरवाह स्वास्थ्य सिस्टम की पोल खोल चुके अस्पताल को मुजफ्फरपुर जिला प्रशासन की टीम ने शनिवार को सील कर दिया. मुजफ्फरपुर पूर्वी की अतिरिक्त एसडीएम की निगरानी में अस्पताल के ओटी, दफ्तर और दवा दुकान को सील किया गया. एसडीएम ने कहा कि जांच होने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.
इससे पहले गुरूवार को इस "आंखफोड़वा कांड" में डॉक्टर, पारा मेडिकल स्टॉफ के खिलाफ ब्रह्मपुरा थाने में एफआईआर दर्ज की गई थी। लेकिन घटना के 12 दिन गुजर जाने के बाद भी मामले का मुख्य आरोपी पुलिस की पकड़ से बाहर है. इस पूरे मामले में बिहार के स्वास्थ्य महकमें की लापरवाही और असंवेदनशीलता की कहानी यही खत्म नहीं होती. मुजफ्फरपुर से पटना आईजीआईएमएस में इलाज कराने रेफर किये गए मरीज को आईजीआईएमएस में बेड के लिए भी संघर्ष करना पड़ा.
बता दें कि बदइंतजामी का आलम ये था कि मुजफ्फरपुर से इलाज कराने आये कई मरीज को अस्पताल में बेड नहीं मुहैया कराया गया तो वो जमीन पर ही लेट गए. बाद में जब मीडिया ने इस बदइंतजामी की तस्वीर दिखाई तो शर्मसार हुए आईजीआईएमएस प्रबंधन ने उन्हे बेड उपलब्ध कराया.