मुजफ्फरपुर में एक बार फिर सामने आई झोलाछाप डॉक्टर की करतूत, गोलगप्पा बेचने वाले बुजुर्ग का हर्निया के ऑपरेशन की जगह हाइड्रोसील को काटकर हटाया

मुजफ्फरपुर में एक बार फिर सामने आई झोलाछाप डॉक्टर की करतूत, गोलगप्पा बेचने वाले बुजुर्ग का हर्निया के ऑपरेशन की जगह हाइड्रोसील को काटकर हटाया

MUZAFFARPUR: मुजफ्फरपुर में यदि आप अपना इलाज करवाना चाहते हैं तो पहले यह बात पूरी तरह से पता कर लें कि इलाज करने वाला डॉक्टर झोलाछाप तो नहीं है। क्योंकि इन डॉक्टरों की करतूत के कारण कई मरीजों की जान आज खतरे में है। महिला का दोनों किडनी निकाल देने का मामला सामने आने के बाद स्वास्थ्य महकमें में हड़कंप मच गया था। अब एक और झोलाछाप डॉक्टर की करतूत सामने आई है। इस बार डॉक्टर ने एक बुजुर्ग व्यक्ति के हर्निया का ऑपरेशन करने की जगह हाइड्रोसील को ही काटकर हटा दिया है। डॉक्टर की इस लापरवाही के कारण आज मरीज जिन्दगी और मौत के बीच जूछ रहा है।


बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में फर्जी नर्सिंग होम चलाए जाने का मामला सामने आया है। मुजफ्फरपुर के जिस सकरा इलाके में फर्जी नर्सिंग होम चलाया जा रहा है वहां के झोलाछाप डॉक्टर की करतूत पहले भी सामने आ चुकी है। यहां के डॉक्टर ने एक महिला के  बच्चेदानी को हटाने की जगह दोनों किडनी ही निकाल दी वही अब एक मरीज के हर्निया के ऑपरेशन की जगह उसका हाइड्रोसील काटकर हटा दिया। झोलाछाप डॉक्टर की इस करतूत से परिजन काफी सदमें में है। 


मामला मुजफ्फरपुर जिले के सकरा थाना क्षेत्र के रेलवे फाटक के निकट का है जहाँ एक निजी अस्पताल शिव शक्ति नर्सिंग होम में बीते 10 अप्रैल को सकरा वाजिद के रहने वाले  कैलाश महतो का जबरन हॉर्नीया का ऑपरेशन किया गया,  लेकिन ऑपरेशन के बाद मरीज की हालत बिगड़ने लगी, उसके पेट और हाइड्रोसील में सूजन होने लगी, जब हालत बिगड़ने लगी तो दो दिन बाद फिर से उसी अस्पताल में ऑपरेशन किया गया, जिसमें मरीज का हाइड्रोसील भी काटकर हटा दिया गया और परिजनों को बताया कि बीमारी की असली वजह ही हटा दिया गया है.


जिसके बाद मरीज की हालत और बिगड़ने लगी, जिसके बाद परिजन दूसरा अस्पताल ले जाना चाहे, लेकिन अस्पताल वाले उसे जाने नहीं दें रहें थे, फिर स्थानीय जनप्रतिनिधि के सहयोग से उसे मुजफ्फरपुर के चांदनी चौक पर स्थित चाणक्य हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया जहां उसका पेट खोल दिया गया. वहीं इधर सकरा वाले निजी अस्पताल के लोग फरार हो गए और पीड़ितों को लगातार डराया धमकाया जा रहा है.


मामले को लेकर परिजनों ने बताया कि हमें डर था कि इलाज के लिए पैसा नहीं देगा, इसलिए हम किसी के पास नहीं जा रहें थे, हमें डराया जा रहा था. वहीं मरीज की हालत अब भी ठीक नहीं है, मरीज कैलाश महतो जिंदगी और मौत से जूझ रहा है. मरीज कैलाश महतो ठेला पर गोलगप्पा बेचने का काम करता था, उनकी दो बेटियां है जिसकी शादी करनी है, ऐसे में गलत ऑपरेशन की वजह से पूरा परिवार बर्बाद होने के कगार पर आ गया है.


वहीं पूरे मामले को लेकर मुजफ्फरपुर के सिविल सर्जन डॉ उमेशचंद्र शर्मा ने बताया कि मामले की जांच करेंगे और ऐसे फर्जी डॉक्टर और फर्जी नर्सिंग होम के खिलाफ सख्त कदम उठाएंगे.