PATNA : उपचुनाव के दौरान महागठबंधन से निराश हुए पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी मुसहर जमात के बीच पहुंच गए हैं. जीतन राम मांझी आज पटना में आयोजित मुसहर भुइयां सम्मेलन में पहुंचे. राजधानी के श्रीकृष्ण मेमोरियल हाल में प्रांतीय मुसहर भुइयां सम्मेलन का आयोजन किया गया है.
पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी मुसहर और भुइयां सम्मेलन के मंच से विरोधियों के साथ-साथ बिहार की सत्ता में रह चुके तमाम नेताओं पर आरोप लगाया है कि उन्होंने समाज के सबसे निचले कतार में खड़े मुसहर और भुईयां जैसी छोटी जातियों के उत्थान के लिए कुछ भी नहीं किया.
मुसहर और भुइयां जातियों के बीच अपनी मौजूदगी से मांझी विधानसभा चुनाव के पहले खुद का जनाधार मजबूत करना चाहते हैं. जीतन राम मांझी ने मुसहर और भुइयां समाज के लिए सामाजिक, शैक्षणिक, आर्थिक, राजनीतिक पिछड़ेपन को खत्म करते हुए उन्हें बराबरी की स्थिति में लाने का आह्वान किया है.
एनडीए छोड़कर लोकसभा चुनाव के पहले महागठबंधन में जाने वाले जीतन राम मांझी को शायद इस बात का एहसास हो गया है कि अगर उनका जनाधार कमजोर रहा तो किसी भी गठबंधन में तरजीह मिलना मुश्किल है. शायद यही वजह है कि महागठबंधन में मिले झटके के बाद मांझी को अपने जात और जमात की याद आ गई है.