PATNA: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के संरक्षक जीतन राम मांझी ने यह कहकर सियासी पारा गर्म कर दिया कि बिहार में एनडीए की सरकार बनी तो शराबबंदी कानून को खत्म कर दिया जाएगा और जिसको जीतनी मर्जी होगी शराब पी सकेगा हालांकि मांझी के इस बयान से बीजेपी ने किनारा कर लिया है और कहा है कि बिहार में आगे भी शराबबंदी कानून लागू रहेगा। बीजेपी के बाद अब कांग्रेस ने मांझी के बयान पर आपत्ति जताई है।
बीजेपी के बाद कांग्रेस ने भी मांझी के बयान का विरोध किया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा है कि जीतन राम मांझी मुंगेरीलाल के हसीन सपने देख रहे हैं। टेलीविजन पर पहले एक सीरियल आता था, सभी लोगों ने देखा होगा, जिसका नाम था मुंगेरी लाल के हसीन सपने.. जीतन राम मांझी भी मुंगेरीलाल के हसीन सपने देख रहे हैं, ऐसा कुछ भी नहीं होने जा रहा है।
वहीं गिरिराज सिंह के द्वारा मद्रास के ऊपर उठाए गए सवाल को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि 9 साल जदयू के साथ सरकार भी रहे उसे वक्त यह बात ध्यान में क्यों नहीं आया। जब जदयू के साथ सरकार में थे उसे वक्त सर्वे करने की बात क्यों नहीं सामने आई। गिरिराज सिंह डबल स्टैंडर्ड की बात करते हैं।
वहीं बिहार सरकार के द्वारा विशेष राज्य का दर्जा दिलवाने की मांग का समर्थन करते हुए अखिलेश सिंह ने कहा कि लगातार यह मांग उठाई जा रही है लेकिन यह लोग नहीं दे रहे। नीतीश कुमार जब बीजेपी के साथ एनडीए में थे उसे वक्त उन्होंने छोटी सी मांग की थी कि पटना विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय बना दिया जाए, इस मांग को उनलोगों ने नहीं माना तो यह लोग कुछ देने वाले नहीं हैं।