PATNA: मुंगेर पुलिस फायरिंग की घटना के बाद से बिहार में राजनीति गर्म है. चिराग पासवान, तेजस्वी यादव से लेकर कांग्रेस के नेता तक नीतीश सरकार पर हमला बोल रहे है और मुंगेर एसपी लिपि सिंह पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. इस बीच जेडीयू का बयान आए हैं.
दोषी पर होगी कार्रवाई
जेडीयू नेता अजय आलोक ने कहा कि’’ मुंगेर की घटना दुखदायी हैं लेकिन एक बात तय हैं की जो लोग भी ज़िम्मेदार हैं चाहे वो बड़े अफसर ही क्यों ना हो किसी को नहीं छोड़ा जाएगा , जवाबदेही तय होगी , जांच के लिए टीम गयी हैं. इंतेज़ार कीजिए दूध का दूध और पानी का पानी होगा , राजनीतिक रोटी सेंकने वालों को ख़ुश नहीं होना चाहिए.’’
पुलिस पर फायरिंग का आरोप
मुंगेर में पुलिस जबरन मूर्ति विसर्जन करा रही थी. इसका जब लोगों ने विरोध किया तो पुलिस ने लाठीचार्ज किया. जब लोग हंगामा करने लगे तो पुलिस ने फायरिंग कर दी. एक युवक की सिर में गोली लगी और उसकी मौत हो गई. जबकि पांच लोग गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गए. यह घटना मुंगेर के दीन दयाल चौक के पास हुई. मुंगेर के लोगों ने पुलिस पर कई गंभीर आरोप लगाया है. लोगों का कहना है कि पहले से परंपरा रही है कि पहले बड़ी देवी का मूर्ति विसर्जन होता है. उसके बाद छोटी मूर्ति का विसर्जन किया जाता है. लेकिन पुलिस जबरन विसर्जन करा रही थी. पुलिस ने इस दौरान बेरहमी से लोगों की पिटाई की है.
लिपि सिंह को हटाने की मांग
रोज पांच पिस्टल के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाली मुंगेर एसपी लिपि सिंह इस घटना के बाद खामोश हो गई है. पुलिस की बर्बरता पर एक शब्द नहीं बोल रही हैं. पुलिस की बर्बरता के बारे में छिपा रही है. जबकि जो वीडियो वायरल हो रहा है उसमें साफ दिख रहा है कि लोगों को दौड़ा-दौड़ाकर पुलिस पीट रही है. इसके बाद भी कुछ लोग नहीं भागे वह मूर्ति के साथ बैठे रहे. ऐसे लोगों पर पुलिस जानवर की तरह पिटाई कर रही है. नाराज लोगों ने लिपि सिंह को हटाने की मांग की है. लोगों ने कहा कि वह इसको लेकर पीएम मोदी से लेकर चुनाव आयोग तक शिकायत करेंगे. वही, मुंगेर एसपी ने पुलिस फायरिंग से इंकार किया है और कहा कि यह फायरिंग भीड़ की ओर से की गई है. इस हमले में थानेदार समेत करीब 20 पुलिसकर्मी घायल हो गए है.