PATNA : बिहार के मुंगेर में बने नए पुल के उद्घाटन को लेकर सरकार की बड़ी किरकिरी हो गई है. दरअसल, मुंगेर के नए पुल जिसका नाम श्री कृष्ण सेतु रखा गया है, इसका उद्घाटन आज पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की जयंती पर होने वाला था. लेकिन, समय पर कार्य पूरा नहीं होने के कारण मुख्यमंत्री ने संभवतः मनाही कर दी और समय पर इसका उद्घाटन नहीं हो सका. अब खबर है कि 16 जनवरी को इसका उद्घाटन कराया जायेगा.
मुंगेर गंगा रेल पुल उद्धाटन विवाद पर मंत्री नितिन नवीन ने सफाई दी है. राज्य के पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने कहा कि आज पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती है. इस पुल की शुरुआत अटल जी ने की थी. हम लोग चाहते थे कि आज के दिन इस पुल को जनता को समर्पित किया जाये. इसका ड्यू डेट अक्टूबर में था. तेजी से काम कराते हुए दिसंबर तक पूरा कर लिया गया. लेकिन अभी उस पर गाड़ियों का आवागमन नहीं हो सकता. इसलिए हम लोगों ने सोचा कि जब आवागमन शुरू हो जाये तब उद्घाटन करें.
बता दें कि उद्घाटन के पूर्व ही यह कार्यक्रम एक विवाद में भी आ गया था. दरअसल, पुल के उद्घाटन को लेकर जो निमंत्रण कार्ड छापा गया, उसमें केन्द्रीय मंत्री और बेगूसराय के सांसद गिरिराज सिंह का नाम नहीं था. गिरिराज सिंह को निमंत्रण नहीं देने की बात पर नितिन नवीन ने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है. वो बड़े नेता हैं, जब पुल का उद्घाटन होगा तो सभी नेता आयेंगे.
बता दें कि राज्य के पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने 15 दिसंबर को एप्रोच रोड का स्थल निरीक्षण करते हुए निर्माण एजेंसी को 25 दिसंबर तक इसे तैयार करने का निर्देश दिया था. उत्तर और पूर्व बिहार को जोड़ने वाले इस महत्वपूर्ण पुल के एप्रोच पथ का उद्घाटन कार्यक्रम यादगार बनाए जाने की तैयारी थी. लेकिन जल्दी काम कराने के बावजूद यह पूरा नहीं हो पाया है.
सबसे बड़ी बात इस पुल को दिल्ली से पहले तो केन्द्रीय सड़क, परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितीन गडकरी ने 24 दिसंबर 21 को वर्चुअली उद्घाटन भी कर दिया. लेकिन, बाद में सोशल मीडिया पर इस पुल के उद्घाटन को अपरिहार्य कारणों से स्थगित बताया.