मुंबई हमले के मास्टरमाइंड दाऊद इब्राहिम को दिया गया जहर ! कराची के अस्पताल में एडमिट, जानिए क्या है पूरा मामला

मुंबई हमले के मास्टरमाइंड दाऊद इब्राहिम को दिया गया जहर !  कराची के अस्पताल में एडमिट, जानिए क्या है पूरा मामला

DESK : मोस्ट वांटेड अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम को लेकर सोशल मीडिया पर चर्चाएं तेज हैं। तमाम तरह के पोस्ट में यह दावा किया जा रहा कि दाऊद को कराची में जहर दिया गया है. इसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है। हालांकि इसको लेकर अभी तक कोई आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है। 


दरअसल, सोशल मीडिया पर तमाम यूजर्स द्वारा दावा किया जा रहा है कि दाऊद इब्राहिम को कराची के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इसमें दावा है कि किसी अनजान शख्स ने उसे जहर दे दिया है। इसके चलते दाऊद को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हालांकि, दाऊद की गैंग के पूर्व सदस्य ने पुष्टि करते हुए बताया कि दाऊद गंभीर बीमारी के चलते कराची के अस्पताल में भर्ती है, दो दिन पहले उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 


उन्होंने यह बताया है कि, दाउद को  कड़ी सुरक्षा में रखा गया है और जिस फ्लोर पर वह एडिमट है, वहां किसी को भी जाने की इजाजत नहीं है। सिर्फ शीर्ष अधिकारियों और परिवार के करीबी लोग ही वहां जा सकते हैं। जहर दिए जाने की अभी पुष्टि नहीं है। हालांकि बताया जा रहा है कि मुंबई पुलिस के अधिकारी दाऊद के करीबी रिश्तेदारों (भतीजे अलीशाह पारकर और साजिद वागले) से भी इस बारे में अधिक जानकारी लेने की कोशिश कर रहे हैं। 

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वहीं, पाकिस्तानी मीडिया  के जीयो टीवी न्यूज ने भी सोशल मीडिया पर चल रही इन चर्चाओं का हवाला देते हुए कहा कि अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम को लेकर अफवाहें फैल रही हैं, जिसे कथित तौर पर गंभीर चिकित्सा स्थिति के बाद पाकिस्तान के कराची में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अपुष्ट रिपोर्टों में इसका कारण जहर बताया जा रहा है। 


आपको बताते चलें कि, दाऊद इब्राहिम कासकर का जन्म दिसंबर 1955 में महाराष्ट्र के रत्नागिरी जिले में हुआ था। उसके पिता इब्राहिम कासकर पुलिस कांस्टेबल थे. बाद में दाऊद इब्राहिम का परिवार मुंबई के डोंगरी इलाके में बस गया था। 70 के दशक में दाऊद का नाम मुंबई के अंडरवर्ल्ड में तेजी से उभरने लगा था। पहले वो हाजी मस्तान गैंग में काम करता था।  वहीं रहते रहते उसका प्रभाव बढ़ने लगा। उसके गैंग को लोग डी-कंपनी कहने लगे थे।  वो उसका मुखिया माना जाता था।