पटना में नगर निगम की लापरवाही से खुला मेनहोल बना जानलेवा, नाले में गिरा बच्चा पहली उड़ान बनी आखिरी सफर, सऊदी नौकरी पर निकले युवक ने फ्लाइट में दम तोड़ा, विदेश में नौकरी का सपना रह गया अधूरा जमुई में नक्सलियों की बड़ी साजिश नाकाम, जंगल से 24 सिलेंडर बम बरामद भागलपुर-हंसडीहा मुख्य मार्ग पर भीषण सड़क हादसा, महिला की मौत, 6 की हालत गंभीर Patna News: पटना एयरपोर्ट के लिए जारी हुआ नया आदेश, उल्लंघन किया तो होगी कड़ी कार्रवाई बेगूसराय में टला बड़ा हादसा: चलती ट्रेन के इंजन में लगी आग, यात्रियों ने कूदकर बचायी अपनी जान गांधी सेतु पर ट्रक और पिलर के बीच फंसा बाइक सवार, ट्रैफिक पुलिस ने किया रेस्क्यू AI in election: AI की चालबाज़ी से उलझे बिहार के वोटर! फर्जी कॉल्स-Deepfake से फैला भ्रम, अब चुनाव आयोग कसेगा शिकंजा! प्यार के लिए लड़का बना लड़की, अब पति किन्नर से शादी की जिद पर अड़ा Bihar politics : तेजस्वी ने किया 'महिला संवाद' पर हमला, जदयू का पलटवार...क्या महिलाओं की तरक्की से डरते हैं नेता प्रतिपक्ष?
1st Bihar Published by: Prashant Updated Sat, 28 Aug 2021 09:18:27 PM IST
DARBHANGA: बिहार में सरकारी विभागों के अजब-गजब कारनामे अक्सर सुर्खियों में रहते हैं। ऐसा ही एक कारनामा स्वास्थ्य विभाग ने हाल ही में देखने को मिला। जहां ऐसे डॉक्टर का तबादला किया गया है जो इस दुनियां में नहीं है। मृत महिला डॉक्टर का तबादला किए जाने के बाद उनकी ज्वाइनिंग के लिए अस्पताल अधीक्षक इंतजार करते रहे लेकिन जब एक सप्ताह तक महिला डॉक्टर अपनी ड्यूटी ज्वाइन करने नहीं आई तब इस बात का खुलासा हुआ।
दरअसल स्वास्थ्य विभाग ने राज्य के मेडिकल कॉलेजों के सीनियर रेजिडेंट डॉक्टरों का तबादला किया था। इस ट्रांसफर में एक मृत महिला डॉक्टर शिवांगी की पोस्टिंग DMCH के एनेस्थीसिया विभाग में कर दी गई जबकि DMCH से एक डॉक्टर अविनाश को PMCH भेजा गया। इस बात की पोल तब खुली जब ट्रांसफर की गई महिला डॉक्टर DMCH में ड्यूटी ज्वाइन करने नहीं पहुंची। DMCH के एनेस्थीसिया विभाग के अधीक्षक ने कहा कि विभाग में पहले से ही डॉक्टरों की कमी है। अब एक डॉक्टर के ज्वाइन नहीं करने से स्थिति और खराब हो गयी है।
दरअसल कुछ दिनों पहले NMCH में कार्यरत एनेस्थीसिया विभाग की सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर शिवांगी PMCH के महिला छात्रावास में रहती थी। उन्होंने 11 महीने पहले आत्महत्या कर ली थी। विभाग ने बिना वस्तु स्थिति जाने ही डॉक्टरों की ट्रांसफर पोस्टिंग कर दी गयी। जिसकी वजह से इस मृत महिला डॉक्टर शिवांगी को DMCH के एनेस्थीसिया विभाग भेज दिया गया। इस मामले के सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग की किरकिरी हो रही है।
डीएमसीएच के एनेस्थीसिया विभागाध्यक्ष डॉ. हरि दामोदर सिंह ने बताया कि स्वास्थ विभाग की ओर से सीनियर रेजिडेंट डॉक्टरों का तबादला किया गया था। इस सूची में डीएमसीएच के डॉक्टर अविनाश को पटना के पीएमसीएच भेजा गया था जबकि एनएमसीएच की डॉक्टर शिवांगी को पटना से डीएमसीएच भेजा गया था। लेकिन डॉक्टर शिवांगी ने 1 सप्ताह बीत जाने के बाद भी जब यहां ज्वाइन नहीं किया तो इसकी खोज शुरू की गई। उन्होंने बताया कि खोजबीन के बाद पता चला कि डॉक्टर शिवांगी ने 22 सितंबर 2020 को आत्महत्या कर ली थी। इस वजह से उन्होंने नहीं किया। पहले से ही उनके विभाग में डॉक्टरों की कमी है एक डॉक्टर ने ज्वाइन नहीं किया तो समस्या और भी बढ़ जाएगी।