PATNA: देश के पांच राज्यों में से चार राज्यों के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद इंडी गठबंधन में शामिल दल हार के लिए कांग्रेस नेतृत्व को जिम्मेवार बता रहे हैं। इंडी गठबंधन में छिड़े घमासान पर सुशील मोदी की प्रतिक्रिया आई है। सुशील मोदी ने कहा है कि जो नीतीश कुमार अपनी पार्टी को पांच हजार वोट भी नहीं दिला सके अगर वे पीएम उम्मीदवार बन जाते हैं तो बीजेपी के लिए रास्ता और भी आसान हो जाएगा।
दरअसल, सुशील मोदी संसद के शीतकालीन सत्र में शामिल होने के लिए दिल्ली गए हैं। मीडिया से बातचीत के दौरान सुशील मोदी ने कांग्रेस और जेडीयू पर एकसाथ हमला बोला। सुशील मोदी ने कहा कि 6 दिसंबर को होने वाली बैठक अचानक स्थगित करनी पड़ी। आधा दर्जन से अधिक नेताओं ने बैठक में आने से इनकार कर दिया। कांग्रेस के घमंड को तो उसके सहयोगी दलों ने ही चकनाचूर कर दिया। इंडी गठबंधन में शामिल सभी दल कांग्रेस पर आरोप लगा रहे हैं कि वह अकेले चुनाव लड़ रही थी और बाकि दलों का कोई सहयोग नहीं लिया, इसलिए हार हो गई लेकिन नीतीश कुमार और अखिलेश यादव इस बात को भूल जा रहे हैं कि अगर वे मिलकर भी चुनाव लड़ते तो नतीजे यही आने वाले थे।
उन्होंने कहा कि इन लोगों को बड़ी गलफहमी हो गई है। नीतीश कुमार तो मध्य प्रदेश में चुनाव लड़ने भी गए थे। 10 सीटों पर चुनाव लड़े, किसी सीट पर किसी में सौ से कम वोट मिले तो किसी में दो सौ वोट मिल सके, सिर्फ एक सीट पर मात्र दो हजार वोट आए। जो नीतीश कुमार अपने राज्य में 44 सीट नहीं जीता सकते, जो मध्य प्रदेश में अपनी पार्टी को पांच हजार वोट भी नहीं दिला सके उन्हें प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करने के लिए जेडीयू के नेता रोज बयान दे रहे हैं।
सुशील मोदी ने कहा है कि एक तरफ जेडीयू नेता नीतीश को पीएम उम्मीदवार बता रहे हैं तो दूसरी तरफ नीतीश कुमार कहते हैं कि वे किसी पद के दावेदार नहीं है। उनकी ही पार्टी के मंत्री अशोक चौधरी, संजय झा और विजय चौधरी जो बयान दे रहे हैं क्या अपने मन से दे रहे हैं? एक ओर बयान दिलवाते हैं, एक ओर नारा लगवाते हैं और खुद कहते हैं कि वे किसी पद के दावेदार नहीं हैं। नीतीश कुमार के मन के भीतर तो है कि संयोजक बन जाएं और पीएम पद के उम्मीदवार बन जाएं लेकिन उनकी हैसियत और प्रभाव क्या है इसका आकलन भी होगा। अच्छी बात है, ऐसे लोग अगर दावेदार बन जाएं तो हमरा रास्ता और भी आसान हो जाएगा।