PATNA : पटना हाईकोर्ट ने बिहार के दो सीटों पर हुए उपचुनाव में गोपालगंज सीट के राजद प्रत्याशी मोहन गुप्ता के विरुद्ध दायर रिट याचिका का चुनाव परिणाम आ जाने के कारण निष्पादित कर दिया है। पटना हाईकोर्ट के जस्टिस मोहित कुमार शाह ने मामलें को निष्पादित करते हुए कहा कि इस रिट याचिका के सुनवाई का कोई औचित्य नहीं है।
बता दें कि, बिहार में दो सीटों पर हुए उपचुनाव में गोपालगंज सीट पर हुए चुनाव में राजद प्रत्याशी मोहन गुप्ता भाजपा प्रत्याशी कुसुम देवी से 1794 मतों के अंतर से हरा गए। इस कारण इस मामले में सुनवाई करते हुए जस्टिस मोहित कुमार शाह ने कहा कि अब मोहन प्रसाद गुप्ता के विरुद्ध दायर रिट याचिका सुनवाई का कोई औचित्य नहीं है। इस कारन यह मामला निष्पादित किया जाता है।
जानकारी हो कि, गोपालगंज के राजद प्रत्याशी मोहन गुप्ता के विरुद्ध स्थानीय वोटर दीपू कुमार सिंह द्वारा दायर याचिका दायर की गया था। इसको लेकर भारत के निर्वाचन आयोग की ओर से अधिवक्ता सिद्धार्थ प्रसाद कोर्ट के समक्ष उपस्थित हो रहे थे। वकील सिद्धार्थ प्रसाद ने भारत के संविधान के अनुच्छेद 329 बी का हवाला देते हुए बताया था कि यह रिट याचिका सुनवाई के योग्य नहीं है।
याचिकाकर्ता की ओर से वरीय अधिवक्ता एस डी संजय का कहना था कि याचिकाकर्ता ने अपनी याचिका के जरिए विधानसभा के उपचुनाव में राजद के उम्मीदवार मोहन प्रसाद गुप्ता उर्फ मोहन प्रसाद के नामांकन की जांच कर रद्द करने के लिए राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी को आदेश देने का अनुरोध किया है। याचिका में आरोप लगाया गया था कि रिटर्निंग ऑफिसर द्वारा इनके नामांकन को गलत और अनुचित तरीके से स्वीकार किया गया। तथ्य को छुपा कर गलत हलफनामा दाखिल करने का आरोप लगाया गया था। ये भी आरोप लगाया गया था कि उक्त आरजेडी के उम्मीदवार द्वारा भरे गए फॉर्म सी- 4 में लंबित आपराधिक मामलों के संबंध में गलत सूचना दिया गया।साथ ही लंबित आपराधिक मामलों के संबंध में गलत जानकारी दी गई.