PATNA : बिहार में लोकसभा चुनाव को लेकर सरगर्मियां चरम पर पहुंच गई हैं। अपनी जीत को सुनिश्चित करने के लिए पक्ष और विपक्ष ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। प्रधानमंत्री 15 दिनों के भीतर 16 अप्रैल को तीसरी बार बिहार पहुंच रहे हैं। वहीं अमित शाह 10 अप्रैल को औरंगाबाद आ रहे हैं। मोदी और शाह के बिहार दौरों पर तेजस्वी यादव ने बड़ी प्रतिक्रिया व्हैयक्त की है।
अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ताबड़तोड़ दौरों पर तेजस्वी ने कहा कि चुनाव में तो सभी लोग आते ही रहते हैं, आने दीजिए। इसमें कौन सी बड़ी बात है। जो हालात हैं, प्रधानमंत्री अगर साल के 365 दिन भी आएंगे तो इन लोगों की हार तय है। प्रधानमंत्री और बीजेपी के लोग सबसे अधिक अगर किसी चीज से डरे हुए हैं तो वह बिहार से डरे हुए हैं।
उन्होंने कहा कि ये लोग तो यहां अपनी पूरी ताकत लगाएंगे। ये लोग तो इतना डर गए हैं कि अपनी जांच एजेंसियों को भी यहीं रखे हुए हैं। यह सारी बातें हमलोगों को पता है। प्रधानमंत्री हों या गृहमंत्री हों, आएं लेकिन उनसे हाथ जोड़कर निवेदन है कि मुद्दे की बात करें। किसानों की बात करें, बिहार के विशेष राज्य के दर्जे की बात करें। बिहार के स्पेशल पैकेज के बारे में लोगों को बताएं। नौकरी के बारे में बात करें और बताएं कि बिहार से पलायन कैसे रोकेंगे, इसकी भी बात करें।
तेजस्वी ने कहा कि चुनाव के समय ये लोग तो आते हैं और वादा करके चले जाते हैं। पिछले चुनावों में उन्होंने कितने कारखाने लगाने का वादा किया था लेकिन 10 साल में क्या एक भी कारखाना खुला? कोई निवेश भी नहीं आया लेकिन गुजरात को देख लीजिए। सारी सुविधाएं गुजरात धकेल दी जाति हैं और जो बिहार उन्हें प्रचंड बहुमत देता है, उसे कुछ भी हासिल नहीं होता है।