ब्रेकिंग न्यूज़

BIHAR: राम के बाद अब सीता की बारी: 8 अगस्त को सीता जन्मभूमि पर भव्य मंदिर का शिलान्यास करेंगे अमित शाह बिहार सिपाही भर्ती परीक्षा में सॉल्वर गैंग का भंडाफोड़, सॉल्वर-ऑपरेटर समेत तीन गिरफ्तार Patna News: पटना में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ रेटिना कॉन्क्लेव, आंखों की बीमारियों पर हुई व्यापक चर्चा Patna News: पटना में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ रेटिना कॉन्क्लेव, आंखों की बीमारियों पर हुई व्यापक चर्चा Bihar News: बिहार के 6 छोटे एयरपोर्ट को मिलेगा नया जीवन, उड़ान योजना के तहत केंद्र सरकार ने बनाया बड़ा प्लान Bihar News: बिहार के 6 छोटे एयरपोर्ट को मिलेगा नया जीवन, उड़ान योजना के तहत केंद्र सरकार ने बनाया बड़ा प्लान Patna News: पटना में अजब प्रेम की गजब कहानी, गर्लफ्रेंड से मिलने पहुंचे BPSC शिक्षक की लोगों ने मंदिर में कराई शादी Patna News: पटना में अजब प्रेम की गजब कहानी, गर्लफ्रेंड से मिलने पहुंचे BPSC शिक्षक की लोगों ने मंदिर में कराई शादी Bihar Politics: VIP नेता संजीव मिश्रा ने दीनबंधी में चलाया सघन जनसंपर्क अभियान, लोगों से लिया फीडबैक Bihar Politics: VIP नेता संजीव मिश्रा ने दीनबंधी में चलाया सघन जनसंपर्क अभियान, लोगों से लिया फीडबैक

मोदी सरकार की आयुष्मान भारत योजना बिहार में फिसड्डी, केवल 22 कोरोना मरीजों ने योजना के जरिये कराया इलाज

1st Bihar Published by: Updated Mon, 06 Dec 2021 08:46:52 AM IST

मोदी सरकार की आयुष्मान भारत योजना बिहार में फिसड्डी, केवल 22 कोरोना मरीजों ने योजना के जरिये कराया इलाज

- फ़ोटो

PATNA : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वकांक्षी योजना आयुष्मान भारत का हाल बिहार में बेहद बुरा है. केंद्र सरकार की आयुष्मान भारत योजना बिहार में औंधे मुंह गिर गई है. इसका खुलासा केंद्र सरकार की तरफ से संसद में दिए गए आंकड़ों से हुआ है. विदेश में कोरोना की पहली और दूसरी लहर के दौरान जहां 8 लाख 29 हजार आयुष्मान कार्डधारियों ने इलाज कराया. वहीं बिहार में केवल 22 लोग ही इस योजना के तहत इलाज करा पाए.


गरीबों के लिए ही आयुष्मान कार्ड बनाया गया था जिससे उन्हें मुफ्त इलाज मिल सके, लेकिन कोरोना काल में गरीबों के लिए कार्ड भी नहीं काम आया. केंद्र सरकार की इस महत्वकांक्षी योजना को लेकर दावे तो बड़े-बड़े किए गए, लेकिन बिहार में इसका हाल कहीं से भी संतोषजनक नहीं है. कार्ड होने के बाद भी मरीजों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है. 


अगर दक्षिण भारत के राज्यों से बिहार की तुलना करें तो स्वास्थ्य सेवाओं की सूबे में भारी कमी है बावजूद 'आयुष्मान' का लाभ लोगों को नहीं मिल रहा है. 'आयुष्मान भारत योजना' की शुरुआत गरीबों को मुफ्त में 5 लाख का इलाज मुहैया कराने के लिए किया गया था. इसमें सभी आयुष्मान कार्ड धारकों का हर साल पांच लाख तक का इलाज मुफ्त में होता है.