PATNA: बिहार के डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार ने तीन पड़ोसी देशों में धार्मिक कारणों से प्रताड़ित हिंदू, सिख, ईसाई अल्पसंख्यक समुदाय के शरणार्थियों को भारत की नागरिकता देने के लिए संशोधित कानून लागू कर लाखों लोगों को राहत दी. महात्मा गांधी और अन्य नेताओं की इच्छा के अनुकूल हुई इस ऐतिहासिक पहल का स्वागत करने के बजाय कांग्रेस, राजद, टुकड़े-टुकड़े गैंग और वामपंथी दलों ने इसके विरोध में मुहिम छेड़कर देश की छवि खराब की. ये विरोधी दल वोट बैंक के लिए एक समुदाय को गुमराह करने के सियासी गुनाह में शामिल हैं.
मोदी ने कहा कि केद्र सरकार ने संसद में एक सवाल के जवाब में फिर स्पष्ट किया कि पूरे देश में राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) लागू करने का कोई निर्णय नहीं लिया गया है. इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी कह चुके हैं कि केवल असम में सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के अनुसार एनआरसी लागू किया गया.
बिहार और देश के अन्य किसी राज्य में एनआरसी लागू करने का अभी कोई निर्णय नहीं लिया गया है. जो लोग भाजपा की नकारात्मक छवि दिखा कर मुसलमानों के वोट लेते थे, वही अब एनआरसी का काल्पनिक भय दिखाकर देश जला रहे हैं.