मोदी कैबिनेट से आखिर कब इस्तीफा देने जा रहे RCP, नीतीश के दांव से बदला प्लान

मोदी कैबिनेट से आखिर कब इस्तीफा देने जा रहे RCP, नीतीश के दांव से बदला प्लान

PATNA : कभी नीतीश कुमार के बेहद करीबी रहे आरसीपी सिंह का पत्ता राज्यसभा से साफ हुआ तो यह सवाल भी उठने लगा कि आखिर आरसीपी सिंह केंद्रीय कैबिनेट से इस्तीफा कब देंगे? दरअसल आरसीपी सिंह का राज्यसभा कार्यकाल जुलाई महीने में खत्म हो रहा है, पार्टी ने उनकी जगह इस बार खीरू महतो को राज्यसभा भेजने का फैसला किया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुद सोमवार को खीरू महतो के नामांकन के मौके पर विधानसभा में मौजूद रहे थे। इस दौरान नीतीश कुमार से आरसीपी सिंह के राजनीतिक भविष्य को लेकर भी सवाल हुआ था। नीतीश कुमार से यह पूछा गया था कि आखिर आरसीपी सिंह केंद्रीय कैबिनेट में कब तक बने रहेंगे? इस पर नीतीश का सीधा बयान आया था कि केंद्रीय मंत्रिमंडल से तुरंत इस्तीफा देने का कोई मतलब नहीं, क्योंकि आरसीपी सिंह का कार्यकाल अभी बाकी है। 


नीतीश के दांव ने बदली रणनीति

आरसीपी सिंह के करीबी सूत्रों की मानें तो नीतीश कुमार के इसी दांव ने जेडीयू नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री की रणनीति को बदल दिया है। आरसीपी सिंह नीतीश कुमार का बयान आने के पहले यह कह रहे थे कि उनके केंद्रीय मंत्रिमंडल में बने रहने पर फैसला प्रधानमंत्री मोदी को लेना है लेकिन नीतीश कुमार ने जो दांव खेला उसके बाद अब आरसीपी सिंह अगर केंद्रीय मंत्रिमंडल से जल्द इस्तीफा कर दें तो बहुत अचरज नहीं किया जाना चाहिए। दरअसल, आरसीपी सिंह खुद यह कह चुके हैं कि वह एक बार फिर संगठन के लिए काम करना चाहते हैं। अपना टिकट कटने के बाद पहली बार मीडिया से बातचीत करते हुए आरसीपी सिंह ने कहा था कि 12 साल तक जेडीयू में संगठन के लिए काम करने के बाद उन्हें कोई पद मिला और संगठन में काम करना उनके लिए बेहद पसंदीदा रहा है। ऐसे में आरसीपी सिंह राज्यसभा से टिकट कटने के बाद बहुत दिनों तक पद पर बने रहेंगे इस बात की उम्मीद नहीं जताई जा रही। आरसीपी सिंह अपने समर्थकों और पार्टी के नेताओं कार्यकर्ताओं के बीच यह मैसेज देने की भी कोशिश करेंगे कि उन्हें पद का कोई लालच नहीं है।


बीजेपी पर टिकी है नजर

हालांकि अपने राजनीतिक के भविष्य को लेकर भले ही आरसीपी सिंह को नीतीश कुमार से निराशा हाथ लगी हो लेकिन वह इसे जाहिर नहीं कर रहे। आरसीपी सिंह नीतीश कुमार को नेता और संगठन को अपनी आत्मा बता रहे हैं लेकिन उनकी नजर भारतीय जनता पार्टी पर भी है। एक तरफ प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व पर उन्होंने भरोसा जताया है तो वही आरसीपी सिंह की नजर इस बात पर भी टिकी है कि आखिर बीजेपी उनके राजनीतिक भविष्य को लेकर क्या सोचती है। आरसीपी सिंह का राज्यसभा कार्यकाल अभी बचा हुआ है लेकिन उनके भविष्य को लेकर अभी से ही अटकलें शुरू हो गई हैं। राज्यसभा लोकसभा का सदस्य नहीं होने के बावजूद भी केंद्रीय मंत्रिमंडल में एक तय अवधि तक जा सकता है लेकिन या फिर प्रधानमंत्री मोदी ऐसा करेंगे इस बात की उम्मीद ना के बराबर है। जाहिर है बहुत थोड़े वक्त के लिए ही सही आरसीपी सिंह के केंद्रीय मंत्री बने रहने पर सस्पेंस अभी बरकरार रहने वाला है।