PATNA: आरजेडी ने विधान परिषद चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर दी है। राष्ट्रीय जनता दल ने मो. कारी सोहैब, मुन्नी देवी और अशोक कुमार पांडेय को एमएलसी का उम्मीदवार बनाया है। आरजेडी के तीन उम्मीदवारों में मुन्नी देवी बहुत ही सामान्य परिवार से आती हैं और लंबे समय से आरजेडी की जमीनी कार्यकर्ता रहीं हैं। पार्टी की तरफ से एमएलसी का उम्मीदवार बनाए जाने की जानकारी मिली तो उन्हें विश्वास नहीं हुआ।
बिहार विधान परिषद के 7 सीटों पर होने वाले चुनाव को लेकर आरजेडी की तरफ से मो. कारी सोहैब, अशोक कुमार पांडेय और मुन्नी देवी को उम्मीदवार बनाया गया है। तीनों उम्मीदवारों में मुन्नी देवी का नाम सबसे चौंकाने वाला है। मुन्नी देवी नालंदा की रहने वाली हैं और रजक समुदाय से आती हैं। मुन्नी देवी आरजेडी की पुरानी और जमीनी कार्यकर्ता रही हैं। मुन्नी देवी पार्टी में महिला प्रकोष्ठ की महासचिव के रूप में काम कर रही थीं। सोमवार को जब एमएलसी उम्मीदवार के तौर पर उनके नाम की घोषणा हुई तो उन्हे यकीन नहीं हुआ।
मुन्नी देवी ने बताया कि एमएलसी उम्मीदवारों की घोषणा के बाद जब पार्टी के लोग मुन्नी देवी के घर पहुंचे तब उन्हें इसकी जानकारी हुई। जिसके बाद वे लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव से मिलने के लिए 10 सर्कुलर रोड राबड़ी आवास पहुंची। मुन्नी देवी ने कहा कि वे और उनका पूरा परिवार लोगों के कपड़े धोकर अपना जीवन यापन करता है, लालू प्रसाद ने एमएलसी का उम्मीदवार बनाकर सम्मान देने का काम किया है। राबड़ी आवास पहुंचने के बाद तेजप्रताप यादव ने भगवत गीता देकर उनका स्वागत किया। मुन्नी देवी के पास कोई साधन नहीं रहने के कारण तेजप्रताप यादव ने अपनी गाड़ी से उन्हें घर तक छोड़ा।
मुन्नी देवी ने लालू प्रसाद, राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव का आभार जताते हुए कहा कि लोग लालू यादव पर परिवारवाद करने का आरोप लगाते हैं लेकिन लालू परिवारवाद नहीं बल्कि दलितवाद करते हैं। उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद का पूरा परिवार दलितों और गरीबों को सम्मान देने का काम करता रहा है। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव और तेजप्रताप यादव लालू यादव के रास्ता पर चलने का काम कर रहे हैं। बिहार की जनता आज भी लालू प्रसाद के साथ है। उन्होंने कहा कि सदन में जाने के बाद वे महंगाई और बेरोजगारी के खिलाफ आवाज उठाने का काम करेंगी।