NAWADA : विधान परिषद चुनाव में नवादा से एक चौंकाने वाली खबर सामने आ रही है। नवादा में आरजेडी के बागी और निर्दलीय उम्मीदवार अशोक यादव की जीत लगभग तय हो गई है। अशोक यादव पूर्व विधायक राजबल्लभ यादव के भतीजे हैं। विधान परिषद चुनाव के लिए अशोक यादव टिकट के दावेदार थे लेकिन पार्टी ने उन्हें उम्मीदवार नहीं बनाया। राजबल्लभ यादव के भतीजे अशोक यादव की जगह नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कुशवाहा को उम्मीदवार बनाया था।
पार्टी से उम्मीदवार नहीं बनाए जाने के बाद अशोक यादव बागी हो गए थे और उन्होंने निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरने का फैसला किया था। इसके बाद तेजस्वी के निर्देश पर अशोक यादव को 6 साल के लिए आरजेडी से बाहर कर दिया गया लेकिन अब अशोक यादव बड़ी जीत की तरफ बढ़ते दिख रहे हैं। अशोक यादव फिलहाल पहली वरीयता के वोटों में बाकी उम्मीदवारों से 544 वोट से आगे हैं। अशोक यादव को पहली वरीयता के फिलहाल 22966 वोट मिले हैं जबकि आरजेडी के श्रवण कुशवाहा को 722 और जेडीयू के सलमान राजीव को 717 वोट मिले हैं।
अशोक यादव की जीत लगभग तय मानी जा रही है। फिलहाल यह नादरगंज पूर्वी से जिला परिषद हैं। अशोक यादव की जीत नवादा में एक बार फिर राजबल्लभ ट्रैक्टर की गवाही दे रहा है। राजबल्लभ यादव के दिन भले ही खराब हो गए हो लेकिन उनका असर नवादा में कम नहीं हुआ है और यही वजह है कि अब अशोक यादव जीत की तरफ आगे बढ़ रहे हैं।