प्रेम, दया और मानवता का संदेश; प्रभु यीशु मसीह के जन्म का उत्सव क्रिसमस

प्रेम, दया और मानवता का संदेश; प्रभु यीशु मसीह के जन्म का उत्सव क्रिसमस

क्रिसमस का पर्व क्रिश्चियन समुदाय के सबसे बड़े और महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है। यह प्रभु यीशु मसीह के जन्म का उत्सव है, जो प्रेम, दया और मानवता का संदेश देता है।


भीलवाड़ा में क्रिसमस के इस पावन पर्व को लेकर खास उत्साह देखा जा रहा है। नगर निगम टाउन हॉल में आयोजित कंटाटा सर्विस एक विशेष परंपरा बन चुकी है, जो लगातार 30 वर्षों से आयोजित हो रही है। इस कार्यक्रम में जिले भर के चर्च और क्रिश्चियन समाज के लोग एकत्रित होकर प्रभु यीशु के जन्म की खुशियां मनाते हैं।


कंटाटा सर्विस की विशेषताएं

सांस्कृतिक कार्यक्रम:

सामूहिक गीत, भजन और लघु नाटिकाओं के माध्यम से प्रभु यीशु के जीवन और उनके संदेश का प्रस्तुतीकरण किया जाता है।

इन कार्यक्रमों में बच्चों, युवाओं और समाज के अन्य सदस्यों की सक्रिय भागीदारी रहती है।


सम्मान समारोह:

समाज के प्रतिभाशाली छात्र-छात्राओं और 2024 में सेवानिवृत्त हुए वरिष्ठजनों को सम्मानित किया गया।

इस सम्मान का उद्देश्य समाज की प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करना है।


बाइबल पाठ और संदेश:

फादर पॉल्सन ने बाइबल पाठ किया और प्रभु यीशु के जन्म के महत्व पर प्रकाश डाला।

उन्होंने बताया कि प्रभु यीशु का जन्म मानव जाति के उद्धार के लिए हुआ था।


भीलवाड़ा में क्रिसमस की तैयारियां

जिले भर के चर्चों को भव्य तरीके से सजाया गया है।

क्रिसमस ट्री और आकर्षक लाइटिंग ने इस पर्व की शोभा को बढ़ा दिया है।

25 दिसंबर को प्रभु यीशु के जन्मदिन का उत्सव बड़ी धूमधाम और धार्मिक श्रद्धा के साथ मनाया जाएगा।


समाज के लिए संदेश

क्रिसमस का पर्व न केवल प्रभु यीशु के जन्म का उत्सव है, बल्कि यह प्रेम, करुणा और सेवा का प्रतीक है। इस अवसर पर समाज को आपसी भाईचारे और सद्भाव को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित किया जाता है। भीलवाड़ा में क्रिसमस से जुड़ी यह परंपरा, पूरे जिले में सामूहिकता, उत्साह और धार्मिकता का अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत करती है।