PATNA : बिहार सरकार में विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री सुमित कुमार सिंह की पहल अब रंग लाने लगी है. बिहार के इंजीनियरिंग कॉलेजों में पढ़ाई करने वाले छात्रों के लिए अब देश के प्रतिष्ठित कंपनियां कैंपस प्लेसमेंट के लिए बिहार आ रही हैं. मंत्री सुमित कुमार सिंह ने बताया कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगुवाई में विकास के जिस एजेंडे के प्रति सभी कृत संकल्पित है, उसे हर हाल में पूरा किया जाएगा.
सुमित सिंह ने आगे कहा कि सभी क्षेत्रों में जिस तरह से विकास की गति को तीव्र किया गया है. उसी तरह से विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग में भी अब कुछ परिवर्तन होने वाला है. बिहार के इंजीनियरिंग कॉलेजों में पढ़ने वाले छात्रों के लिए पहले ही शुल्क कम कर दिए गए हैं. अब उनके प्लेसमेंट के लिए देश की प्रतिष्ठित बड़ी निजी कंपनी द्वारा रही है. देश की प्रतिष्ठित बहुराष्ट्रीय कंपनियों के द्वारा अभियंत्रण महाविद्यालय के शैक्षणिक सत्र 2021- 22 के तृतीय वर्ष के छात्रों के लिए पूल केंपस प्लेसमेंट ड्राइव में अगस्त 2021 से आरंभ कर दिया गया है.
इस प्रथम अभियान में एचसीएल कंपनी के द्वारा पूल केंपस प्लेसमेंट ड्राइव के माध्यम से 28 अगस्त को 27 छात्रों का इलेक्ट्रॉनिक कम्युनिकेशन और कंप्यूटर साइंस और इंजीनियरिंग विषय के छात्रों का टेक्निकल एनालिस्ट के पद हेतु चयन किया गया है. विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री सुमित कुमार सिंह के द्वारा छात्रों संबंधित विभाग पदाधिकारियों अभियंत्रण महाविद्यालय के प्राचार्य और उनके द्वारा ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट ऑफिसर को बधाई दी है.
यह अभियान मई 2022 तक चलेगा जिसमें अन्य शाखाओं के छात्रों का चयन विभिन्न कंपनियों के द्वारा किया जाएगा इस प्रकार यह संख्या काफी बढ़ने की संभावना है. उदाहरण के रूप में पीसीएस आईबीएम विप्रो एचसीएल आदि बहुराष्ट्रीय कंपनियों में पिछले सत्र 19-20 में कुल 400 छात्रों का कैंपस सिलेक्शन हुआ और 450 छात्रों का 20- 21 में अब तक हो चुका है.
सत्र 2020-21 के लिए यह अभियान सितंबर तक चलेगा जिसके फलस्वरूप संख्या में वृद्धि होगी. इन आंकड़ों से परिलक्षित होता है कि सत्र 2021-22 कैंपस सिलेक्शन की संख्या में अत्याधिक वृद्धि होगी. विभागीय मंत्री के द्वारा बताया गया कि विभाग और संस्थान स्तर पर ट्रेनिंग, प्लेसमेंट सेल को सशक्त और क्रियाशील बनाया जा रहा है. ताकि इंजीनियरिंग कॉलेज पॉलिटेक्निक के छात्रों के नियोजन के प्रतिशत में अधिक से अधिक वृद्धि हो सके इस हेतु छात्रों को बहुत सारे प्रशिक्षण कार्यक्रम आईटीआई के शिक्षकों के सहयोग से चलाया जा रहा है. ताकि छात्र उद्योग की मांग के अनुरूप तैयार हो सके.